गर्भावस्था में कमजोरी
गर्भ में शिशु को पालना कोई आसान काम नहीं है। शिशु के पालन-पोषण के लिए शरीर को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है जिससे प्रेगनेंसी में थकान होना सामान्य बात है। गर्भावस्था की पहली तिमाही और प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही में थकान महिलाओं को ज्यादा महसूस होती है। गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। ऐसे में थकान होना एक आम समस्या है, मगर कुछ मामलों में यह थकान महिलाओं को जरूरत से अधिक परेशान करती है। इस वजह से हर महिला को यह जानने की उत्सुकता होती है कि गर्भावस्था में थकान क्यों होती है। प्रेगनेंसी में थकान के कारण क्या हैं और प्रेगनेंसी में थकान का इलाज क्या है।
थकान के लक्षण-
अनिद्रा
स्लीप एप्निया
प्रीक्लैंप्सिया
एनीमिया
जेस्टेशनल डायबिटीज
डिप्रेशन
चक्कर आने
कम पेशाब आने
सांस लेने में दिक्कत
पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द
तेज सिरदर्द
पैरों में पसीना
होम्योपैथिक उपचार-
अगर आप भी गर्भवस्था में कमजोरी की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर गर्भावस्था की कमजोरी की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।