दांतों में मसूड़ों की समस्या
अधिकांश लोग बहुत जल्दी में ब्रश करते हैं और जब आप दांतों की सही तरह से सफाई नहीं करते तो मुंह में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। बाद में यही बैक्टीरिया पायरिया रोग का कारण बनता है। पायरिया में आपको मुंह से बदबू, मसूड़ों से खून आना व दातों में दर्द, उसके कमजोर होने व टूटने जैसी परेशानियों होती है। मसूड़ों की समस्या बहुत ही आम हो चली है। इससे आपके जीवन में काफी समस्याएं आती है। जिंजीवाइटिस मसूड़ों की सूजन होती है। यदि प्लेक एक चिपचिपा पदार्थ है जो लगातार गठन करता है जब कीटाणु मुँह में उपस्थित रहते है तो लार, खाद्य कणों और दांतों की सतह पर अन्य प्राकृतिक पदार्थ के साथ जमा हो जाता है रोजाना ब्रशिंग और फ्लोशिंग के द्वारा दूर नही होता है तब जिंजीवाइटिस होता है। आज हम आपको बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से मसूड़ों का उपचार कर सकते है।
दांतों में मसूड़ों के लक्षण–
मसूड़ों में जगह या गम पॉकेट बनना
दांतों का हिलना
दांतों के बीच जगह
मुंह से बदबू आना
मसूड़ों का दांतों से अलग होना
दांतों का लंबा दिखना
मसूड़ों से खून बहना।
होम्योपैथिक उपचार-
अगर आप भी मसूड़ों की समस्या से परेशान है तो आप डाॅक्टर से जानकारी ले सकते है। आप होम्योपैथिक विधि से अपना उपचार कर मसूड़ों की समस्या से निजात पा सकते है। मसूड़ों की समस्या से कैसे निजात पाये इसकी पूरी जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देख सकते है। अगर आपको होम्योपैथिक उपचार में कोई समस्या आये तो आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डाॅक्टर एनसी पाण्डेय सेे संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते है।