मलेरिया बुखार की होम्योपैथिक दवा
मलेरिया बुखार एक संक्रामक रोग है। जो व्यक्ति को फीमेल मच्छर एनोफिलीज के काटने से होता है। इस मच्छर में एक विशेष प्रकार का जीवाणु पाया जाता है जिसे डॉक्टरी भाषा में प्लाज्मोडियम कहा जाता है। गौर करने वाली बात यह है कि इस मादा मच्छर में पाई जाने वाले जीवाणु की 5 जातियां होती हैं। मच्छर के काटने से प्लाज्मोडियम नामक जीवाणु शरीर में चला जाता है, समय पर इलाज न होने की स्थिति में यह मर्ज जानलेवा हो सकता है। मलेरिया बुखार प्लॅस्मोडियम वीवेक्स नामक वाइरस के कारण होता है। केवल वही मच्छर व्यक्ति में मलेरिया बुखार संचारित कर सकता है, जिसने पहले किसी मलेरिया से संक्रमित व्यक्ति को काटा हो। ये वायरस लिवर तक पहुंच कर उसके काम करने की क्षमता को बिगाड़ देता है। आज हम आपकों बतायेंगे होम्योपैथिक विधि से मलेरिया बुखार से बचाव के उपाय।
आइये जानते है इसके लक्षण-
सिरदर्द होना
शरीर में दर्द होना
जी मचलना और उल्टी होना
तेज बुखार आना
कंपकंपी छूटना
पसीना आना
होम्योपैथिक उपचार-
अगर आप भी मलेरिया बुखार से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर मलेरिया बुखार की समस्या से छुटकारा पा सकते है। और होम्योपैथिक दवाइयों का उपयोग करें तो इन बीमारियों से बच सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देख साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के विशेषज्ञ डॉ. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। इसके अलावाा आपकों अपने घर के पास साफ.-सफाई रखनी चाहिए। कूलर के पानी की सप्ताह में एक बार सफाई जरूर करनी चाहिए।