हाइपोथर्मिया की समस्या
शरीर का एक सामान्य तापमान होता है, जो कि शरीर द्वारा कंट्रोल किया जाता है। जब शरीर का तापमान इस सामान्य व सुरक्षित स्तर से अचानक नीचे गिर जाता है, तो यह हाइपोथर्मिया कहलाता है। यह समस्या जानलेवा भी साबित हो सकती है और खासतौर से नवजात और बुजुर्ग लोगों के लिए तो यह समस्या काफी खतरनाक होती है। शरीर इतनी शारीरिक गर्मी का उत्पादन नहीं कर पाता, जितनी गर्मी आपके शरीर द्वारा इस्तेमाल की जा रही है। आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है।
आइये जानते है इसके कारण-
कंपन महसूस करना
सांसें धीमी होना
बोलने की गति कम होना
े शारीरिक थकान
याद्दाश्त कमजोर होना
हाथ और पैरों का सुन्न होना
नवजातों की त्वचा लाल या ठंडी होना
नवजात बच्चों में ऊर्जा की कमी
बोलचाल में परेशानी
बेहोश होना
होम्योपैथिक उपचार-
अगर आप भी हाइपोथर्मिया की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर हाइपोथर्मिया की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।