पेशाब में गंध

अक्सर लोगों का पेशाब बहुत ज्यादा बदबू करता है। हमें इसे नजरअंदाज करना भी सेहत के लिए ठीक नहीं है। पेशाब में बदबू आने के कई कारण हो सकते है। यदि आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है। हिलाओं में एक बीमारी होती है ट्राईमेथीलेमिनुरिया। इस बीमारी में पेशाब से एक अजीब सी बदबू आती है जिसके कारण महिलाओं में पीरियड्स के अनियमित हो जाते हैं। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप पेशाब की गंध से छ़ुटकारा पा सकते है।

पेशाब में बदबू के कारण

डायबिटीज की समस्या
गर्भवती होने पर
यूटीआई
साफ.-सफाई न करना
मसालेदार खाने का सेवन
एल्कोहल का सेवन

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आपके पेशाब में भी बदबू आ रही है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर पेशाब में बदबू की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के विशेषज्ञ डॉ. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

हैजा की बीमारी

हैजा एक संक्रामक बीमारी है जिसमें मरीज उल्टी-दस्त से पीडि़त होता है। पानी और पोषण की कमी की वजह से यह बीमारी कई बार जानलेवा साबित हो सकती है। बैक्टीरिया खराब खाने और गंदे पानी की वजह से फैलता है। खासकर खाना और पीने का पानी साफ रखने पर विशेष ध्यान देना चाहिए। हैजा एक जानलेवा बीमारी है और इससे बचने के लिए इसके प्रति जागरूकता बेहद जरूरी है। आपको बताते हैं कि हैजा कैसे फैलता है और इससे कैसे बचा जा सकता है। आप होम्योपैथिक विधि से उपचार कर इससे बच सकते है।

हैजा के कारण-

फी-फूड और मछलियों से
सब्जियां न धोना
सफाई न करना
मल-मूत्र और गंदगी

हैजा के लक्षण-

झटके लगना
प्यास बढऩा
मांस-पेशियों में दर्द होना
घबराहट होना
नींद और थकान
बुखार का आना
पेशाब न लगना
वजन कम होना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप हैजा की समस्या परेशान है तो आप होम्योपैथिक विधि से आसानी से इसका उपचार कर सकते है। नक्सवोमिका 30, इपिकाक 30, पल्सेटिला 3 एक्स, आइरिस वर्स 30, पोडोफाइलम 200, बेलाडोना 30 और एकोनाइट 3 एक्स होम्योपैथिक दवा का सेवन का चिकित्सक की सलाह पर कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के विशेषज्ञ डॉ. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

लकवा

लकवा वास्तव में कोई रोग नहीं है बल्कि मस्तिष्क, रीढ़ या किसी स्नायु-विशेष के रोग से ही उसके अधीनस्थ अंग में जड़ता आने को लकवा कहकर पुकारा जाता है। आजकल लोगों को कई बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है। कुछ बीमारियों का इलाज आसानी से हो जाता है, लेकिन कुछ बीमारी ऐसी होती हैं, जिसमें इंसान को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता ह। लकवा भी एक ऐसी ही बीमारी है। अक्सर आपने देखा होगा कि अचानक कई लोगों के हाथ पैर टेढ़े हो जाते है। साथ ही शरीर के कई अंग काम करना बंद कर देते हैं। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप लकवा की बीमारी का होम्योपैथिक उपचार कर सकते है।

आइये जानते है लक्षण-

कामेच्छा कमी
नाक में खुजलाहट
काम करने में परेशानी
कब्ज की समस्या
अंग का शिथिल पड़ जाना
उदास रहना
रक्तचाप बढऩा
जिद्दपन
भूख, नींद में कमी

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी लकवे की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर लकवे की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

गुप्तांग में खुजली

महिलाओं या लड़कियों की योनि में खुजली होना एक आम समस्या है। कभी-कभी जब यह समस्या असहनीय बन जाती है तब जा कर कुछ महिलाएं अपना मुंह खोलती हैं। योनि खुजली की बाहरी त्वचा पर खरोंचने की इच्छा को कहते हैं। यह एक कष्टप्रद समस्या है जिसका समय रहते इलाज बेहद जरूरी होती है। यह महिलाओं के लिए एक चिंताजनक समस्या है, खासकर अगर यह जीर्ण रूप में होती है और यह बहुत बड़ी असुविधा का कारण बन सकती है। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप योनि में खुजली का होम्योपैथिक विधि से उपचार कर सकते है।

गुप्तांगों में खुजली के लक्षण

योनि के आस पास जलन
खरोंचने की इच्छा होना
योनि का मोटा होना
योनि से व्हाइट डिस्चार्ज होना।
लेबिया सूजन

खुजली के कारण

एलर्जी
चीनी का अधिक सेवन करने
इम्यून सिस्टम कमजोर होने
साबुन का इस्तेमाल
योनि की साफ -सफाई न रखना
यीस्ट इंफेक्शन से पीडि़त

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी योनि में खुजली की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर योनि में खुजली की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

कंपन की समस्या

हाथ पैर में कम्पन एक दिमाग की बीमारी है। जो लंबे समय तक दिमाग में पलती है। यह रोग अपना असर बहुत धीरे धीरे दिखाता है। रोग के लक्षण जब काफी अधिक हो जाते है। यह रोग में शरीर में कंपन होता है। रोगी के हाथ-पैर कंपकंपाने लगते हैं। हाथ कांपने से लिखना, खाना, शेविंग करने में समस्या होती है कुछ लोग तो दूसरों के सामने जाने और बोलने में भी कतराते हैं। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है।

आइये जानते है इसके कारण

नींद न आना
शराब छोडऩा
टीबाई
मल्टीपल स्केलरोसिस
स्ट्रोक

कापने के लक्षण

ब्रेन टयूमर
स्ट्रोक
मलछीपल
स्केलोरेसि

पेट फूलने की समस्या

शरीर के पाचन तंत्र की मांसपेशियों के मूवमेंट में किसी तरह की रुकावट आ जाती है या फिर जब पेट में हद से ज्यादा गैस बनने लगती है तब पेट फूल जाता है और इसे ही हम ब्लोटिंग कहते हैं। कई बार पेट फूलने की वजह से पेट में दर्द और टाइटनेस भी फील होने लगती है। पेट फूलने की समस्या खराब खानपान, तनाव, दवाइयों की वजह से और प्रदूषण के कारण भी हो सकती है। अच्छी तरह चबाकर न खाना, अधिक फैट और कार्बोहाइड्रेट वाला खाना खाने से पेट में इंफेक्शन और पेट फूलने की समस्या हो सकती है। अगर आप भी पेट फूलने की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है।

पेट फूलने के लक्षण

उल्टी या मतली
वजन घटना
बाथरूम जाने में समस्या
लिम्फ नोड्स के आसपास दर्द
बुखार
त्वचा चकत्ते
आंखें में पानी
कब्ज या दस्त
थकान

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप पेट फूलने की समस्या से परेशान है तो आप डॉक्टर से जानकारी ले सकते है। आप होम्योपैथिक दवाओं का सेवन कर पेट फूलने की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अगर आपको होम्योपैथिक उपचार में कोई समस्या आये तो आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डॉक्टर एनसी पाण्डेय सेे संपर्क क र पूरी जानकारी ले सकते है।

एलर्जी की समस्या

एलर्जी होने का कोई निश्चित मौसम नहीं होता है, लेकिन गर्मियों में तेज धूप और उमस के कारण एलर्जी के मामले काफी बढ़ जाते हैं। इस मौसम में वायु हल्की होने के कारण तेज चलती है, जिससे परागकण, धूल, मिट्टी और दूसरे प्रदूषक अधिक मात्रा में एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंच जाते हैं। इनसे बचाव के लिए क्या करें और क्या नहीं, बता रही हैं। एलर्जी एक ऐसी स्थिति है, जो किसी चीज को खाने या उसके संपर्क में आने पर आपको बीमार अनुभव कराती है। किसी व्यक्ति को एलर्जी तब होती है, जब उसकी प्रतिरक्षा प्रणाली यह विश्वास कर लेती है कि उसने जो चीज खाई है या जिस चीज के संपर्क में आया है, वह शरीर के लिए हानिकारक है। शरीर की रक्षा के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली एंटीबॉडी उत्पन्न करती है। अगर आप भी एलर्जी से परेशान है तो आप होम्योपैथिक उपचार कर सकते है।

एलर्जी के लक्षण

मुंह,गला, आंख त्वचा में खुजली
पेट में दर्द और मरोड़
रक्त का दबाव कम हो जाना
उल्टी
दस्त
भूख न लगना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी एलर्जी की समस्या है तो आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर पूरी जानकारी ले सकते है। आप होम्योपैथिक दवाओं का सेवन कर टी एलसी की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अगर आपको होम्योपैथिक उपचार में कोई समस्या आये तो आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डॉक्टर एनसी पाण्डेय सेे संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते है।

स्तनों में दर्द

स्तन में दर्द होना कई बार सामान्य होता है। कई महिलाओं में ब्रेस्ट पेन अपने आप ही सही हो जाता है और किसी भी तरह के ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं पड़ती है। लेकिन कई बार ब्रेस्ट पेन अपने आप ठीक नहीं होता, जिसके लिए होम्योपैथिक उपाय अपनाकर इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। किसी आंतरिक समस्या के चलते ब्रेस्ट पेन होना और कभी-कभार ब्रेस्ट में हल्का दर्द महसूस होना, दो अलग तरह की कंडीशन होती है। अगर अचानक से ब्रेस्ट में दर्द महसूस हो रहा है तो बेहतर रहेगा कि तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अगर आप भी स्तनों के दर्द से परेशान है तो आज हम आपको बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है।

स्तनों में दर्द का कारण-

हार्मोन्स में बदलाव
स्तनों में चोट लगना
डिलवरी में दर्द
एक स्तन में दर्द

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी स्तनों के दर्द की समस्या से परेशान है तो आप डॉक्टर से जानकारी ले सकते है। आप होम्योपैथिक विधि से अपना उपचार कर स्तनों के दर्द से निजात पा सकते है। अगर आपको होम्योपैथिक उपचार में कोई समस्या आये तो आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डॉक्टर एनसी पाण्डेय सेे संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते है।

गलसुखा रोग

गला सूखना एक आम बात है। खासकर सर्दियों के मौसम मेें होती है। क्योंकि हवा शुष्क होती और ऊपरी श्वसन तंत्र के संक्रमण अधिक फैलते हैं। गला सूखना आमतौर पर किसी मामूली समस्या का संकेत होता है, जैसे हवा शुष्क होना या जुकाम आदि। ज्यादातर मामलों में गला सूखना किसी मामूली समस्या के कारण ही होता है। लेकिन कुछ मामलों में यह किसी गंभीर समस्या का संकेत भी दे सकता है।

गला सूखने के कारण

खुला मुंह
एलर्जी
शरीर में पानी की कमी
जुकाम
मोनोन्यूक्लिओसिस

गला सूखने के लक्षण

सीने में जलन
बार-बार खंासी आना
सुस्ती महसूस होना
सांस लेने में दिक्कत
बुखार आना
ठंड लगना
गला बैठना
बदन दर्द

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी गला सूखने की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर गला सूखने की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

खसरा को होम्योपैथिक उपचार

बदलते मौसम के साथ सर्दी-जुकाम या अन्य कई तरह के वायरल इन्फेक्शन का जोखिम बढ़ जाता है। इन्हीं में से एक खसरा रोग भी है, जो एक तरह का वायरल इंफेक्शन होता है। यह काफी संक्रामक होता है और कुछ मामलों में जानलेवा तक हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि समय रहते इसके लक्षणों को जानकर इसका तुरंत इलाज शुरू किया जाए। आज हम आपकों खसरा के लक्षण और उपचार के बारे में भी बताएंगे, ताकि आपको वक्त रहते इसका इलाज करने में आसानी हो।

खसरा के लक्षण

बुखार
मुंह के अंदर छोटे सफेद धब्बे
आंखे लाल होना
गले में दर्द
मांसपेशियों में दर्द
सदी-जुकाम

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी खसरा की समस्या से परेशान है तो आप डॉक्टर से जानकारी लेकर अपना उपचार करा सकते है। आप होम्योपैथिक विधि से अपना उपचार कर खसरा की समस्या से निजात पा सकते है। होम्योपैथिक विधि दुनियां की सबसे अच्छी विधि मानी जाती है जिसमें अधिकांश लोग विश्वास करते है, अगर आपको होम्योपैथिक उपचार में कोई समस्या आये तो आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डॉक्टर एनसी पाण्डेय सेे संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते है।