कोरोना वायरस अनेको विषाणुओं का समूह है, माना जा रहा है की कोरोना वायरस ने च्मकदारों से मानव शरीर में प्रवेश किया. इस वायरस का पहला रोगी वुहान, हुबेई, चीन में पाया गया था, क्युकी इसकी पहचान सर्वप्रथम नवम्बर २०१९ में हुई इस कारण इसको २०१९-नोबेल कोरोना वायरस के नाम से जाना जा रहा है.
कोरोना वायरस पुरे विश्व में एक महामारी का रूप ले चूका है इसलिए शायद ही कोई व्यक्ति इस वायरस से वंचित न हो.
पूरी दुनिया में अब तक कोरोना वायरस के कारण ३ लाख से भी ज्यादा जान जा चुकी है, और संक्रमण ४५ लाख से ज्यादा., ये अकड़ा कहां जाकर खत्म हो इसकी जानकारी किसी को नही है. क्योंकि कई देशों के वैज्ञानिक दिन रात रिसर्च कर रहे है पर अभी तक उनको सफलता नही मिल पाई है अभी तक कोरोना वायरस के लिए कोई भी दवा नहीं बन पाई है,
कोरोना वायरस के लक्षण :
कोरोना वायरस के शुरुवाती दो मुख्य लक्षण है : सुखी खांसी और तेज बुखार.
बाद में रोगी को साँस लने में तकलीफ हो सकती है, साथ ही मुह का स्वाद बिगड़ना, कमजोरी होना , जोड़ों और मांसपेसियों में दर्द का अनुभव होना कुछ अन्य लक्षण है कोरोना वायरस के ,पर कई मरीज तो ऐसे भी है जिनमे लक्षण कुछ नही परन्तु कोरोना पॉजिटिव पाया गया है.
कोरोना वायरस का खतरा:
माना जा रहा है की कोरोना वायरस का ज्यादा खतरा हर उस व्यक्ति को है जिसकी रोग प्रतिरोधक शक्ति कमजोर है. इसमें बुढे और बच्चो को कोरोना वायरस का खतरा ज्यादा है.साथ ही इसे लोगों को जिनको पहले से ही कोई गंभीर बीमारी है.
कैसे आप तक पहुच सकता है कोरोना:
कोरोना वायरस एक संकर्मित व्यक्ति से, किसी संकर्मित चीज़ से फैलता है कैसे आईये जाने
अगर कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति बिना मुह को ढके खांसता या छिकता है तो कुछ बुँदे उसके नाख और मुँह से गिरती है जिस कराण अन्य व्यक्ति तक भी संक्रमण पहुँच सकता है. इसके साथ ही यह भी पाया गया है की यदि कोई संक्रमित व्यक्ति छिकने या खासते वक्त अपने हाथो का प्रयोग करता है और फिर उन्ही हाथो से किसी वस्तु को छूता है तो उस वस्तु से भी संक्रमण होने का खतरा होता है.
इसलिए साहस होमियोपैथी इस पूरी टीम आपसे निवेदन करती है कुछ नियमो का पालन करें
जैसे खासने या छिकने के बाद हाथो को साफ करें, धो ले
सामाजिक दुरी बनाये रखे
आपको जुखाम जैसे लक्षण हो तो मुँह को मास्क या किसी भी कपडे से ढके रहे
बहुत जरुरी काम हो तभी घर से बाहर निकलें