कफ बलगम की समस्या
कफ यानि बलगम. बलगम नख में, गले में या छाती में जम जाता है. जिसके कारण बहुत परेशानी हमको झेलनी पड़ती है. कफ म्यूकस मेम्बेराने द्वारा बनाया जाता है. इसको मानव श्वसन प्रणाली की रक्षा करने हेतु बनाया जाता है. शरीर के विभन्न अंगों में ये मेम्बेराने पाई जाती है. जैसे गले में, नाख में, फेफड़ो में, मुँह में ओर सायनस में.कफ की मात्र शरीर में ज्यादा हो तो ये परेशानी का कारण बन जाता है. और इसे साथ ही कई तरह की बीमारी हमारे शारीर में आ जाती है.
बलगम ज्यादा होने पर होने वाली परेशानियां :
गल में कफ जमे तो खांसी, गल में दर्द, गले में कुछ अटका सा लगाना जैसी समस्यां होने लगती है.
नाख में कफ जम जाए तो कफ वायुमार्ग में रुकावट पैदा करता है. इस कारण हमे सांस लेने में परेशानी होने लगती है तो नाख बंद हो जाती है. जिसकी वजह से काफी परेशानी होती है. नाख बंद हो जाती है और नाख में खुजली लगती है. व्यक्ति सो भी नही पाता.
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कफ अगर छाती में जमा हो तो घरघराहट की आवाज करता है.
वैसे तो कफ सफ़ेद रंग का होता है परन्तु बैक्टीरियल सक्रमण के कारण उसका रंगपीला नजर आता है. पीले कफ होने के कारण कफ से बदबू आती है और इस वजह से सांसों से दुर्गन्ध आने लगती है.
मौसमी एलर्जी के कारण भी कफ अधिक मात्रा में बनता है.
यदि बलगम पतला है सफ़ेद है तो ये दर्शाता है की आप को कोई बीमारी नही है.बल्कि ठंडे गरम मौसम के कारण आपका काफ बन रहा है. पर यदि बलगम पीला व गाड़ा आये तो ये कोई बैक्टीरियल इन्फेक्शन की वजह से होता है. और इसका मतलब है की आप बीमार है.
बलगम जमा होना पर धुल मिट्टी और इन्फेक्शन वायरस , या जर्म्स के संपर्क में ना आये. जिससे की बलगम इन सब कीटाणु को अपने में मिल/फंसा लेता है.
नज़ल ड्रिप के कारण गले में और छाती में बलगम जमने की संभावना होती है. खांसी जुखाम और फ्लू के कारण भी गले में छाती में बलगम जम सकता है. किसी किसी व्यक्ति में एलर्जी की समस्या होती है. ये एलर्जी किसी भी चीज़ से हो सकती है जैसे जानवरों से, कुछ विशेष भोजान से, विशेष मौसम में आदि.
कफ जमा होने पर उपचार
कफ जमा हो तो गरम पानी का सेवन ही करें. ठंडी चीजों से दूर रहे. गुनगुने पानी से गरारा करें. साथ ही विटामिन सी युक्त भोजन लें. होमियोपैथी की कुछ बेहतर दवाए है, जिनसे कफ या बलगम के जमने में तुरंत राहत मिलती है. इन दवाओ को अपने घर पर रखे और जब कभी भी इस प्रकार की समस्या आये तो दवा का सेवन करें और लाभ पाए.