एलोपेसिया और उसके लिए होमियोपैथी
हम एक बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए दवा लें. उसके साथ उससे जुडी कोई और समस्या भी खतम हो जाये, तो कितनी ख़ुशी मिलती है. शायद इसी लिए भी होमियोपैथी को चमत्कारों का घर भी कहा गया है.
कई बार एक रोग की दवा से हमारे शरीर के कई अन्य रोग भी ठीक हो जाते है. क्योंकी होमियोपैथी दवा लक्षणों पर आधारित होती है. और कई प्रकार के रोगों में एक जैसे लक्षण देखने को मिलते है.
इसी तरह की एक केस स्टडी आपको इस लेख में बतायेंगे.
१९९६ में बलराम सिंह (काल्पनिक नाम) एलोपसिया के मरीज, जो पोस्ट ऑफिस में कार्यकरत थे. साहस होमियोपैथी में एलोपेशिया के इलाज के लिये आए. परन्तु उनके सिर के बाल और मुछों के बाल सफ़ेद भी थे.
होम्योपैथिक शैम्पू बालों की सभी समस्याओं को करें दूर
लक्षणों के आधार पर दी गयी दवाए
साहस होमियोपैथी में डॉ नवीन चन्द्र पाण्डेय जी ने उनसे सारे लक्षण लिए और लक्षणों के आधार पर उनको कुछ दवाए दी.
फॉस्फोरस 1m की चार खुराक
जबोरांडी १० बुँदे, ३ बार पीने को बताया. साथ ही
काली सर्फ 6x में चार गोली सवेरे, ४ गोली दिन में और चार गोली शाम को लेने को बताया.
इन दवाओ को लेने के बाद बेहतर परिणाम देखने को मिले.
इन दवाओं से न सिर्फ एलोपेसिया की समस्या खत्म हुई बल्कि सिर के और मुछों के सफ़ेद बाल भी काले हो गये.
होमियोपैथी की संजीवनी बूटी, मरते हुए को दे प्राण दान
दुश्प्रभाव रहित होमियोपैथी के परिणाम किसी किसी रोगी में गजब के चमत्कार कर देते है. मरते हुए में जान डालने से लेकर, मात्र ४ दिन में किडनी की पथरी निकलने जैसे अनेको चमत्कारी परिणामों के बारे में जानने के लिए साहस होम्योपैथिक के चैनल में विजिट करें चैनल को सब्सक्राइब करें.
जिस तरह बलवीर सिंह को होमियोपैथी से लाभ मिला उसी तरह आप ही होमियोपैथी अजमाकर लाभ लें.