बच्चे के पेट में कीड़े

अक्सर पेट में कीड़ों की समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है, लेकिन इसके ज्यादा मामले 1 से 14 वर्ष के बच्चों में अधिक देख जाते हैं। आंकड़ों की माने तो भारत में लगभग 24.1 करोड़ बच्चे पेट में कीड़ों से प्रभावित हैं। यह एक गंभीर समस्या है, इसलिए माता-पिता के लिए यह सुनिश्चित करना बेहद जरूरी हो जाता है कि कहीं उनका बच्चा पेट के कीड़ों से ग्रसित तो नहीं है। हम आपको इस लेख में जानिए पेट में कीड़ों के कारण, इसके लक्षण और बच्चों को इससे निजात दिलाने के लिए होम्योपैथिक उपचार बतायेंगे।

आइये जानते है इसके कारण-

पेट में दर्द होना
बच्चे का वजन घटा जाना
चिड़चिड़ापन
मल द्वार पर खुजली
उल्टी होना
खांसी होना
दस्त होना
भूख न लगना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आपके बच्चे के पेट में भी कीड़े की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर कीड़ों की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

बच्चों में अतिसार

सामान्य रूप से पतले बिना मरोड़ के मल का बार-बार आना, अतिसार, दस्त या डायरिया रोग कहलाता है। यह बच्चों व जवानों व बुजुर्गों को हो जाने वाला सामान्य रोग है। डायरिया को शिशुओं की मौत की सबसे बड़ी वजह माना जाता है। क्योंकिदस्त बार-बार आने से शरीर में पानी की और खनिज लवण निकलने से शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिल पता। नतीजा कि कभी-कभी इससे बच्चे की जान तक चली जाती है। अगर आपका बच्चा भी अतिसर की समस्या से जूझ रहा है तो आज ही होम्योपैथिक विधि से उसका उपचार करें।

अतिसार के लक्षण-

बुखार
मलत्याग की आवृत्ति में बढ़ोतरी
भूख मरना
वजन गिरना
मतली और उल्टी
शरीर में पानी की कमी होना
पेट में ऐंठनयुक्त दर्द
मुँह, जीभ और होंठ सूखना
मूत्रत्याग का घट जाना
कमजोरी

आइये जानते है इसके कारण-

वायरस
बैक्टीरिया
परजीवियों
एंटीबायोटिक्स
दस्तावर
भोजन विषाक्तता
भोज्य पदार्थ की एलर्जी

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आपका बच्चा भी अतिसार की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर अतिसार की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

मुंह पकने की समस्या

मुँह के छालों की समस्या को मुखपाक कहा गया है। अधिक तीखा, पेट की खराबी या कब्ज होने पर यह स्थिति देखी जाती है इसमें जलन तथा कुछ भी खाने में बहुत कठिनाई होती है। मुँह में छाले पित्त दोष होने के कारण होता है। होम्योपैथिक उपचार के द्वारा पित्त दोष को संतुलित करके छालों का आना कम किया जाता है। मुँह के छाले छोटे और बड़े दोनों प्रकार के होते हैं। कारण के आधार पर इसे दो प्रकार के होते हैं। अगर आप भी मुंह पकने की समस्या से परेशान है आज ही होम्योपैथिक विधि से उपचार करें।

आइये जानते है इसके कारण-

पेट की खराबी
महिलाओं में हार्मोन्स में बदलाव
तीखा भोजन
ऐस्पिरिन या एल्कोहल
कब्ज रहना
दाँतों को कडक़ ब्रश से साफ करना
चबाते समय गलती से गाल का कट जाना
हेलिकोबैक्टर पाइलोरी
विटामिन बी की कमी
अत्यधिक तला-भुना भोजन

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी मुंह पकने की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर मुंह पकने की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

सर्दियों में जुकाम

नाक के रोग में सामान्य जुकाम एक बड़ी समस्या है। हर व्यक्ति को इससे गुजरना पड़ता है। नाक के रोग में जुकाम नाक और गले के संक्रमण की वजह से होता है। हालांकि, इसके पीछे कई अलग-अलग तरह के वायरस जिम्मेदार होते हैं। जुकाम होने पर व्यक्ति असहज महसूस कर सकता है। लेकिन, इससे तत्कालिक रूप से कोई अन्य शारीरिक परेशानी नहीं हो सकती है। हालांकि नाक के रोग में सामान्य जुकाम एक सामान्य स्थिति है। यह छह साल से छोटे बच्चों में जुकाम होने का सबसे ज्यादा खतरा होता है।

जुकाम के लक्षण-

बार-बार छींक आना
शरीर में हल्का दर्द
सिर दर्द होना
शरीर का तापमान बढऩा
अच्छा महसूस नहीं करना
नाक से पानी आना
नाक बंद होना
गले में खराश होना
कफ आना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी जुकाम की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकीहोम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर जुकाम की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

पेट फूलना

पेट में एक अंदरूनी परत होती है, जिसे म्यूकोसा कहते हैं। इसी परत में कई छोटी-छोटी ग्रन्थियां होती हैं, जो भोजन को हजम करने के लिए स्टमक एसिड और पेप्सिन नामक एंजाइम का निर्माण करती हैं। जहां, स्टमक एसिड भोजन को पचाता है, वहीं पेप्सिन प्रोटीन को हजम करता है। जब इसी अंदरूनी परत में सूजन आ जाती है, तो पेट में गैस की समस्या होने लगती है। इस कारण स्टमक ऐसिड और पेप्सिन का उत्पादन कम होने लगता है और पेट खराब हो जाता है, पेट फूलना की समस्या होने लगती है। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है।

आइये जानते है इसके कारण-

बार-बार गैस बनना
गैस निकलने पर बदबू आना
खट्टी डकारे आना
उल्टी जैसा महसूस होना
भूख कम लगना
लगातार हिचकी आना
पेट में ऐंठन होना
घबराहट
बेचैनी
पेट में दर्द
कब्ज या दस्त
वजन घटना
थकान
तेज सिरदर्द
कभी-कभी बुखार आना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी पेट फूलने की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर पेट फूलने की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

बार-बार उबासी आना

नींद आने से पहले या फिर सोकर उठने से पहले खूब उबासी आती है। उस दौरान भी उबासी सी महसूस होती है, जब आपके सामने कोई जम्हाई लेता है। आज हम आपकों बतायेंगे आखिर उबासी क्यों आती है। चिकित्सकों का कहना है कि इसके कई शारीरिक और मानसिक कारण होते हैं। कई बार शरीर में ऑक्सीजन की कमी के कारण भी उबासी आती है। अधिकतर थकान, उनींदापन, अरुचि के कारण भी जम्हाई या उबासी आने लगती है। हालांकि, इसके आने का सही-सही कारण बता पाना आसान नहीं है। किसी-किसी को बार-बार उबासी आती है। यदि आप वाकई में बार-बार उबासी आने की समस्या से परेशान हैं तो वह होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकता है।

आइये जानते है इसके कारण-

थकान
नींद की समस्यां
बेचैनी
डिप्रेशन
दवाइयों का सेवन
आंतरिक रक्तस्राव
नसें

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी बार-बार उबासी आने की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर उबासी आने की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

गंजापन की समस्या

बालों का झडऩा आज के समय में एक आम समस्या है और यह परेशानी सिर्फ पुरूषों में ही नहीं, बल्कि महिलाओं में भी देखी जाती है। जब महिलाओं में गंजेपन की समस्या होती है तो यह यकीनन उन्हें काफी परेशान कर सकती है। गलत खानपान, तनाव, प्रदूषण व केमिकल युक्त हेयर प्रॉडक्ट के चलते यह गंजेपन की समस्या होती है। अगर आप भी ऐसी ही परेशानी से जूझ रही हैं ।

गंजेपन के प्राथमिक लक्षण-

गंजेपन की अवस्था
पतला होना

कमजोर बाल

गंजेपन का कारण –

पौष्टिक आहार की कमी
अत्यधिक तनाव
कम नींद
बार-बार रूसी होना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी गंजापन की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर गंजापन की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

गर्भावस्था में कमजोरी

गर्भ में शिशु को पालना कोई आसान काम नहीं है। शिशु के पालन-पोषण के लिए शरीर को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है जिससे प्रेगनेंसी में थकान होना सामान्य बात है। गर्भावस्था की पहली तिमाही और प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही में थकान महिलाओं को ज्यादा महसूस होती है। गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। ऐसे में थकान होना एक आम समस्या है, मगर कुछ मामलों में यह थकान महिलाओं को जरूरत से अधिक परेशान करती है। इस वजह से हर महिला को यह जानने की उत्सुकता होती है कि गर्भावस्था में थकान क्यों होती है। प्रेगनेंसी में थकान के कारण क्या हैं और प्रेगनेंसी में थकान का इलाज क्या है।

थकान के लक्षण-

अनिद्रा
स्लीप एप्निया
प्रीक्लैंप्सिया
एनीमिया
जेस्टेशनल डायबिटीज
डिप्रेशन
चक्कर आने
कम पेशाब आने
सांस लेने में दिक्कत
पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द
तेज सिरदर्द
पैरों में पसीना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी गर्भवस्था में कमजोरी की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर गर्भावस्था की कमजोरी की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

योनि में खुजली

महिलाओं या लड़कियों की योनि में खुजली होना एक आम समस्या है। यूं तो ज्यादातर महिलाएं इस बारे में खुल कर बात नहीं करती लेकिन जब यह समस्या असहनीय बन जाती है तब जा कर कुछ महिलाएं अपना मुंह खोलती हैं। योनि खुजली की बाहरी त्वचा पर खरोंचने की इच्छा को कहते हैं। यह एक कष्टप्रद समस्या है जिसका समय रहते इलाज बेहद जरूरी होती है। यह महिलाओं के लिए एक चिंताजनक समस्या है, खासकर अगर यह जीर्ण रूप में होती है और यह बहुत बड़ी असुविधा का कारण बन सकती है। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप योनि में खुजली का होम्योपैथिक विधि से उपचार कर सकते है।

आइये जानते है लक्षण-

योनि का मोटा होना।
योनि से व्हाइट डिस्चार्ज होना।
लेबिया सूजन
योनि के आस पास जलन
योनि के आासपास कभी -कभी झुनझुनी का अनुभव
खरोंचने की इच्छा होना।

योनि में खुजली के कारण-

योनि की साफ -सफाई न रखना
यीस्ट इंफेक्शन से पीडि़त
एलर्जी
मल्टीपल पार्टनर्स के साथ सेक्स करने
चीनी का अधिक सेवन करने
इम्यून सिस्टम कमजोर होने
योनि में साबुन या केमिकल का इस्तेमाल क

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी योनि में खुजली की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर योनि में खुजली की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

लकवे की समस्या

पक्षाघात, फालिज तथा अंग्रेजी में पैरेलिसिस के नाम से जाना जाने वाला रोग लकवा वास्तव में कोई रोग नहीं है बल्कि मस्तिष्क, रीढ़ या किसी स्नायु-विशेष के रोग से ही उसके अधीनस्थ अंग में जड़ता आने को लकवा कहकर पुकारा जाता है। आजकल लोगों को कई बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है। कुछ बीमारियों का इलाज आसानी से हो जाता है, लेकिन कुछ बीमारी ऐसी होती हैं, जिसमें इंसान को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लकवा भी एक ऐसी ही बीमारी है। अक्सर आपने देखा होगा कि अचानक कई लोगों के हाथ पैर टेढ़े हो जाते है। साथ ही शरीर के कई अंग काम करना बंद कर देते हैं। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप लकवा की बीमारी का होम्योपैथिक उपचार कर सकते है।

आइये जानते है लक्षण-

अंग का शिथिल पड़ जाना
उदास रहना
रक्तचाप बढऩा
जिद्दपन
भूख, नींद में कमी
कामेच्छा कमी
नाक में खुजलाहट
काम करने में परेशानी
कब्ज की समस्या

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी लकवे की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर लकवे की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।