स्तनों का ढीला होना

प्रेग्नेंसी के बाद महिलाओं के शऱीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। जिनमें सबसे ज्यादा जो अंग प्रभावित होता है, वो है स्तन। जिसके लिए अक्सर स्तनपान को ही ढीले वक्षस्थलों का एक मात्र कारण माना जाता है​ । लेकिन हकीकत में सिर्फ स्तनपान ही इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं, स्तनों के ढीला होने के कई प्राकृतिक और दूसरे कारण भी होते हैं जिनसे आपके स्तनों में ढीलापन आ जाता है और आप अपने स्तनों को लेकर परेशान हो जाती है। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप अपने ढीले स्तनों को होम्योपैथिक उपचार से ठीक कर सकते है।

स्तन ढीले होने के कारण-

बार-बार गर्भधारण
स्तनों का आकार
धूम्रपान
वजन बढऩा
अनुवांशिक
उम्र का बढऩा

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी स्तन ढीले होने से परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर स्तन ढीले होने की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है।

सुखी खुजली की समस्या

सूखी खुजली एक असहज, परेशान सनसनी है, जिसको आप खरोचना चाहते है।सूखी खुजली को प्रुरिटस के रूप में भी जाना जाता है खुजली त्वचा आमतौर पर सूखी त्वचा के कारण होती है। पुराने वयस्कों में यह आम है, क्योंकि त्वचा उम्र के साथ सूख जाती है। अक्सर कई लोग सुखी खुजली से परेशान रहते है। ऐसे में सुखी खुजली के कई कारण हो सकते है। सूखी खुजली त्वचा के कारण के आधार पर, यह सामान्य दिखाई दे सकता है या यह लाल या मोटा हो सकता है या टक्कर या छाले हो सकते हैं।आज हम बतायेंगे कैसे आप सुखी खुजली की समस्या को होम्योपैथिक दवा से दूर कर सकते है।

आइये जानते है इसके लक्षण-

लाली
टक्कर
धब्बे या छाले
सूखी त्वचा फटना
त्वचा के लिए चमड़े
स्केली बनावट

सूखी खुजली के कारण-

रूखी त्वचा
चकत्ते आना
आंतरिक बीमारियां
तंत्रिका विकार
जलन और एलर्जी
ड्रग्स का सेवन
गर्भावस्था

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी सुखी खुजली से परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर सुखी खुजली की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है।

हरित रोग की समस्या

हरित रोग खून की कमी के चलते होता है। यह नवयुवतियों में होने वाला रोग है। जो युवतियों में मासिकधर्म शुरू होने से समय होता है। यह लोग कभी युवकों को भी होता है। स्त्री में इस रोग के समय त्वचा हल्के रंग की हो जाती है। और मासिक धर्म का न आना या मासिक धर्म का देर से आना होता है। इस रोग के समय स्त्रियों की धडक़नें तेज हो जाती है। चेहरा पीला हो जाता है और सूजन आ जाती है। हरित रोग में खून की कमी हो जाती है आंखों के चारों ओर काला दाग पड़ जाता है। आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है।

हरित रोग के कारण-

खून बहने के कारण
मासिक धर्म का अनियमित
दिमानी परेशानी
रोजाना शारीरिक मेहनत

आइये जानते है इसके लक्षण-

सिर दर्द
आंखों के चारों ओर काले घेरे
पेट में कब्ज
बात-बात में गुस्सा
दिल की तेज धडक़न
होंठो का सूख जाना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी हरित रोग से परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर डराहरित रोग की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है।

डरावने सपनों से परेशान

हर इंसान सोने के बाद सपने देखता है। सपने हर तरह के होते है। कुछ अच्छे होते है तो किसी किसी को बहुत ही बुरे सपने आते है। जिसके कारण वह डर जाते है। उन्हें लगता है कि यह सपना नहीं वास्तव में कोई हकीकत है। सोते समय हमेशा यही डर लगता है की अगर वैसा ही सपना दोबारा आया। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से इस समस्या का समाधान कर सकते है। कभी-कभी सपने हकीकत से ज्यादा डरावने होते हैं। आपने भी रात में सोते हुए कभी ऐसा सपना जरूर देखा होगा जिससे आपकी आंखें नींद के बीच में ही खुल गई होगी। ऐसा होना लाजिमी भी है क्योंकि नींद में हमारा दिमाग पूरी तरह सक्रिय नहीं रहता इसलिए आप नींद में सपनों को हकीकत समझकर डर जाते हैं।

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी डरावने सपनों से परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर डरावने सपनों की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है।.

आंखों से पानी आना

आँखों से पानी आना या अश्रुपात एक ऐसी समस्या है जिसमें आँखों से अत्यधिक आंसू आने लगते हैं और इनका कारण भी समझ नहीं आता है।आंख या आंखों से अपर्याप्त आंसू फिल्म जल निकासी है। सामान्य प्रणाली के माध्यम से निकलने वाले आंसुओं के बजाय, वे चेहरे पर बहते हैं। आंखे शरीर का सबसे जरूरी, सुंदर और नाजुक अंग है। सर्दी के मौसम में नमी और ठंडक के कारण आंखों में पानी आ जाता है लेकिन यह ड्राई आई सिंड्रोम का संकेत भी हो सकता है। इस बीमारी में आंखों से बहुत ज्यादा पानी आना, धुंधला दिखाई देना और चुभन महसूस होना, सूजन, रैशेज, लालपन जैसे लक्षण दिखाई देते है। आज हम आपको बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से आंखों में पानी आने की समस्या का समाधान कर सकते है।

आंखों में पानी आने के कारण-

धुआं या प्याज
संक्रमित
आँख में चोट लगने से
केराइटिस
कॉर्नियल अल्सर
स्टाइल
बेल्स पाल्सी
सूखी आंखें
एलर्जी

आइये जानते है इसके लक्षण-

कम दिखाई देना
आँखों में सूजन
आंखों में दर्द
आँखों में कुछ हो ऐसा महसूस होना
आँखों में लाली

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भीआंखों से पानी आने से परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर मआंखों से पानी आने की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है।

मलेरिया की समस्या

मलेरिया एक ऐसी बीमारी है जो संक्रमित मच्छर में मौजूद परजीवी की वजह से होती है। ये रोगाणु इतने छोटे होते हैं कि हम इन्हें देख नहीं सकते। मलेरिया बुखार प्लॅस्मोडियम वीवेक्स नामक वाइरस के कारण होता है । यह अनोफलीज़ नामक संक्रमित मादा मच्छर के काटने से मनुष्यों के रक्त प्रवाह में ये वाइरस संचारित होता है। केवल वही मच्छर व्यक्ति में मलेरिया बुखार संचारित कर सकता है, जिसने पहले किसी मलेरिया से संक्रमित व्यक्ति को काटा हो। ये वायरस लिवर तक पहुंच कर उसके काम करने की क्षमता को बिगाड़ देता है। आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है।

मलेरिया के लक्षण-

अचानक सर्दी लगना
रजाई कम्‍बल ओढना
गर्मी लगकर तेज बुखार
पसीना आकर बुखार कम होना
कमजोर महसूस करना।
शरीर में दर्द
जी मचलना और उल्टी होना।

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी मलेरिया की बीमारी से परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर मलेरिया की समस्या छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है।

यादाश्त में कमी

आमतौर पर कमजोर याद्दाश्त को बुढ़ापे से जोडक़र देखा जाता है। अल्जाइमर और डिमेंशिया दो ऐसी बीमारियां हैं, जो कमजोर याद्दाश्त का कारण बनती हैं। मगर कई बार आपकी कुछ गलत आदतें भी याद्दाश्त कमजोर होने की वजह बन सकती हैं। अक्सर काम के दौरान मन भटकता है या फिर बच्चों का पढाई में मन नहीं लगता है। इन सबका कारण दिमाग में एकाग्रता की कमी के कारण होता है। तो अगर आप मन को एकाग्र करना चाहते हैं आप होम्योपैथिक दवाओं को सेवन कर अपनी यादाश्त बढ़ा सकते है। एकाग्रता में कमी या एकाग्रता की समस्या एक आम समस्या है जो किसी भी उम्र में अपने विभिन्न प्रकार के लक्षण दिखा सकती है।

आइये जानते है इसके कारण-

ज्यादा मीठा खाना
धूम्रपान
जरूरत से ज्यादा खाना
नाश्ता नहीं लेना
पर्याप्त नींद न लेना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी यादाश्त की कमजोरी परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर यादाश्यत की समस्या छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है।

थकान की समस्या

थकान लगना भी कोई बीमारी है याअन्य बीमारियों का एक लक्षण मात्र है। यह कुछ भी नहीं बस मन की एक स्थिति है। दरअसल, तीनों ही बातें सही हो सकती हैं। हर दिन काम के बाद थकान होती है। जब भी आपको बेहद थका-थका लगे और आप इस सिलसिले में अपने चिकित्सक से मिलने जाएं तो इन तीनों ही संभावनाओं के बारे में मन को तैयार करके जाएं। यह भी काफी नहीं है। आइये जानते है होम्योपैथिक विधि से थकान की समस्या को कैसे दूर सकते है।

आइये जानते है इसके लक्षण-

अस्वस्थ्य महसूस करना
नींद में समस्या
शरीर में दर्द
जोड़ों में दर्द
सिरदर्द
मांसपेशियों में दर्द

थकान के कारण-

वायरल संक्रमण
हार्मोन असंतुलन

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी थकान से परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर थकान से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है।

चेहरे से तिल हटाये

अक्सर हम अपने शरीर के अलग-अलग अंगों पर काला या लाल सा बिंदू देखते हैं जिसे हम तिल कहते हैं। कुछ लोग तिल को शुभ मानते हैं तो कुछ लोग तिल में अपना चमकता हुआ भाग्य तलाशते है, लेकिन सच्चाई तो ये है कि हर तिल कुछ कहता है। आमतौर पर तो तिल काले ही होते हैं लेकिन कुछ लोगों में तिल के निशान लाल भी होते हैं। तिल किसी भी चेहरे की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं, लेकिन अगर चेहरे पर हर जगह तिल ही तिल मौजूद हों तो वह देखने में किसी को भी अच्छे नहीं लगते। जिस व्यक्ति के चेहरे पर इस तरह के अनचाहे तिल होते हैं, वह इनसे किसी न किसी तरह पार पाना चाहता है। आज हम आपको बतायेंगे कैसे आप अनचाहे तिलों से होम्योपैथिक विधि द्वारा छुटकारा पा सकते है।

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी चेहरे पर तिल की समस्या से परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर चेहरे पर तिल की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है।

पुरूषों में शुक्राणुओं की कमी

पुरूषों में शुक्राणुओं की कमी की समस्या देखी जाती है। कम शुक्राणुओं की संख्या का अर्थ है कि एक संभोग के दौरान पुरूष के वीर्य में सामान्य से कम शुक्राणु होते हैं। लो स्पर्म काउंट को ओलिगोस्पर्मिया भी कहा जाता है। पुरुषों के वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या में कमी का मतलब केवल उनकी प्रजनन क्षमता पर सवालिया निशान नहीं है बल्कि इससे पता चलता है कि कई अन्य तरह की भी स्वास्थ्य समस्याएं हैं। वीर्य में शुक्राणुओं की कमी या वीर्य की गुणवत्ता में गिरावट के कारण हर तीन में से एक जोड़ा मां-बाप बनने की समस्या से जूझ रहा है। आज हम आपको बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से इस समस्या का उपचार कर सकते है।

शुक्राणुओं की कमी के लक्षण-

कामेच्छा में कमी
स्तंभन दोष
नपुसकता
दर्द
सूजन
गांठ

शंकाणु की कमी के कारण-

धूम्रपान
तनाव
वजन
एक्स-रे
हार्मोन असंतुलन
क्रोमोसोम
वैरीकोसेल
संक्रमण
ट्यूमर

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भीशुक्राणुओं की कमी की समस्या से परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर शुक्राणुओं की कमी की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है।