बार-बार उबासी आना

नींद आने से पहले या फिर सोकर उठने से पहले खूब उबासी आती है। उस दौरान भी उबासी सी महसूस होती है, जब आपके सामने कोई जम्हाई लेता है। आज हम आपकों बतायेंगे आखिर उबासी क्यों आती है। चिकित्सकों का कहना है कि इसके कई शारीरिक और मानसिक कारण होते हैं। कई बार शरीर में ऑक्सीजन की कमी के कारण भी उबासी आती है। अधिकतर थकान, उनींदापन, अरुचि के कारण भी जम्हाई या उबासी आने लगती है। हालांकि, इसके आने का सही-सही कारण बता पाना आसान नहीं है। किसी-किसी को बार-बार उबासी आती है। यदि आप वाकई में बार-बार उबासी आने की समस्या से परेशान हैं तो वह होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकता है।

आइये जानते है इसके कारण-

थकान
नींद की समस्यां
बेचैनी
डिप्रेशन
दवाइयों का सेवन
आंतरिक रक्तस्राव
नसें

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी बार-बार उबासी आने की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर उबासी आने की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

गंजापन की समस्या

बालों का झडऩा आज के समय में एक आम समस्या है और यह परेशानी सिर्फ पुरूषों में ही नहीं, बल्कि महिलाओं में भी देखी जाती है। जब महिलाओं में गंजेपन की समस्या होती है तो यह यकीनन उन्हें काफी परेशान कर सकती है। गलत खानपान, तनाव, प्रदूषण व केमिकल युक्त हेयर प्रॉडक्ट के चलते यह गंजेपन की समस्या होती है। अगर आप भी ऐसी ही परेशानी से जूझ रही हैं ।

गंजेपन के प्राथमिक लक्षण-

गंजेपन की अवस्था
पतला होना

कमजोर बाल

गंजेपन का कारण –

पौष्टिक आहार की कमी
अत्यधिक तनाव
कम नींद
बार-बार रूसी होना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी गंजापन की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर गंजापन की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

गर्भावस्था में कमजोरी

गर्भ में शिशु को पालना कोई आसान काम नहीं है। शिशु के पालन-पोषण के लिए शरीर को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है जिससे प्रेगनेंसी में थकान होना सामान्य बात है। गर्भावस्था की पहली तिमाही और प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही में थकान महिलाओं को ज्यादा महसूस होती है। गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। ऐसे में थकान होना एक आम समस्या है, मगर कुछ मामलों में यह थकान महिलाओं को जरूरत से अधिक परेशान करती है। इस वजह से हर महिला को यह जानने की उत्सुकता होती है कि गर्भावस्था में थकान क्यों होती है। प्रेगनेंसी में थकान के कारण क्या हैं और प्रेगनेंसी में थकान का इलाज क्या है।

थकान के लक्षण-

अनिद्रा
स्लीप एप्निया
प्रीक्लैंप्सिया
एनीमिया
जेस्टेशनल डायबिटीज
डिप्रेशन
चक्कर आने
कम पेशाब आने
सांस लेने में दिक्कत
पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द
तेज सिरदर्द
पैरों में पसीना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी गर्भवस्था में कमजोरी की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर गर्भावस्था की कमजोरी की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

योनि में खुजली

महिलाओं या लड़कियों की योनि में खुजली होना एक आम समस्या है। यूं तो ज्यादातर महिलाएं इस बारे में खुल कर बात नहीं करती लेकिन जब यह समस्या असहनीय बन जाती है तब जा कर कुछ महिलाएं अपना मुंह खोलती हैं। योनि खुजली की बाहरी त्वचा पर खरोंचने की इच्छा को कहते हैं। यह एक कष्टप्रद समस्या है जिसका समय रहते इलाज बेहद जरूरी होती है। यह महिलाओं के लिए एक चिंताजनक समस्या है, खासकर अगर यह जीर्ण रूप में होती है और यह बहुत बड़ी असुविधा का कारण बन सकती है। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप योनि में खुजली का होम्योपैथिक विधि से उपचार कर सकते है।

आइये जानते है लक्षण-

योनि का मोटा होना।
योनि से व्हाइट डिस्चार्ज होना।
लेबिया सूजन
योनि के आस पास जलन
योनि के आासपास कभी -कभी झुनझुनी का अनुभव
खरोंचने की इच्छा होना।

योनि में खुजली के कारण-

योनि की साफ -सफाई न रखना
यीस्ट इंफेक्शन से पीडि़त
एलर्जी
मल्टीपल पार्टनर्स के साथ सेक्स करने
चीनी का अधिक सेवन करने
इम्यून सिस्टम कमजोर होने
योनि में साबुन या केमिकल का इस्तेमाल क

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी योनि में खुजली की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर योनि में खुजली की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

लकवे की समस्या

पक्षाघात, फालिज तथा अंग्रेजी में पैरेलिसिस के नाम से जाना जाने वाला रोग लकवा वास्तव में कोई रोग नहीं है बल्कि मस्तिष्क, रीढ़ या किसी स्नायु-विशेष के रोग से ही उसके अधीनस्थ अंग में जड़ता आने को लकवा कहकर पुकारा जाता है। आजकल लोगों को कई बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है। कुछ बीमारियों का इलाज आसानी से हो जाता है, लेकिन कुछ बीमारी ऐसी होती हैं, जिसमें इंसान को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लकवा भी एक ऐसी ही बीमारी है। अक्सर आपने देखा होगा कि अचानक कई लोगों के हाथ पैर टेढ़े हो जाते है। साथ ही शरीर के कई अंग काम करना बंद कर देते हैं। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप लकवा की बीमारी का होम्योपैथिक उपचार कर सकते है।

आइये जानते है लक्षण-

अंग का शिथिल पड़ जाना
उदास रहना
रक्तचाप बढऩा
जिद्दपन
भूख, नींद में कमी
कामेच्छा कमी
नाक में खुजलाहट
काम करने में परेशानी
कब्ज की समस्या

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी लकवे की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर लकवे की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

स्तनों का ढीला होना

प्रेग्नेंसी के बाद महिलाओं के शऱीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। जिनमें सबसे ज्यादा जो अंग प्रभावित होता है, वो है स्तन। जिसके लिए अक्सर स्तनपान को ही ढीले वक्षस्थलों का एक मात्र कारण माना जाता है​ । लेकिन हकीकत में सिर्फ स्तनपान ही इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं, स्तनों के ढीला होने के कई प्राकृतिक और दूसरे कारण भी होते हैं जिनसे आपके स्तनों में ढीलापन आ जाता है और आप अपने स्तनों को लेकर परेशान हो जाती है। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप अपने ढीले स्तनों को होम्योपैथिक उपचार से ठीक कर सकते है।

स्तन ढीले होने के कारण-

बार-बार गर्भधारण
स्तनों का आकार
धूम्रपान
वजन बढऩा
अनुवांशिक
उम्र का बढऩा

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी स्तन ढीले होने से परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर स्तन ढीले होने की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है।

सुखी खुजली की समस्या

सूखी खुजली एक असहज, परेशान सनसनी है, जिसको आप खरोचना चाहते है।सूखी खुजली को प्रुरिटस के रूप में भी जाना जाता है खुजली त्वचा आमतौर पर सूखी त्वचा के कारण होती है। पुराने वयस्कों में यह आम है, क्योंकि त्वचा उम्र के साथ सूख जाती है। अक्सर कई लोग सुखी खुजली से परेशान रहते है। ऐसे में सुखी खुजली के कई कारण हो सकते है। सूखी खुजली त्वचा के कारण के आधार पर, यह सामान्य दिखाई दे सकता है या यह लाल या मोटा हो सकता है या टक्कर या छाले हो सकते हैं।आज हम बतायेंगे कैसे आप सुखी खुजली की समस्या को होम्योपैथिक दवा से दूर कर सकते है।

आइये जानते है इसके लक्षण-

लाली
टक्कर
धब्बे या छाले
सूखी त्वचा फटना
त्वचा के लिए चमड़े
स्केली बनावट

सूखी खुजली के कारण-

रूखी त्वचा
चकत्ते आना
आंतरिक बीमारियां
तंत्रिका विकार
जलन और एलर्जी
ड्रग्स का सेवन
गर्भावस्था

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी सुखी खुजली से परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर सुखी खुजली की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है।

हरित रोग की समस्या

हरित रोग खून की कमी के चलते होता है। यह नवयुवतियों में होने वाला रोग है। जो युवतियों में मासिकधर्म शुरू होने से समय होता है। यह लोग कभी युवकों को भी होता है। स्त्री में इस रोग के समय त्वचा हल्के रंग की हो जाती है। और मासिक धर्म का न आना या मासिक धर्म का देर से आना होता है। इस रोग के समय स्त्रियों की धडक़नें तेज हो जाती है। चेहरा पीला हो जाता है और सूजन आ जाती है। हरित रोग में खून की कमी हो जाती है आंखों के चारों ओर काला दाग पड़ जाता है। आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है।

हरित रोग के कारण-

खून बहने के कारण
मासिक धर्म का अनियमित
दिमानी परेशानी
रोजाना शारीरिक मेहनत

आइये जानते है इसके लक्षण-

सिर दर्द
आंखों के चारों ओर काले घेरे
पेट में कब्ज
बात-बात में गुस्सा
दिल की तेज धडक़न
होंठो का सूख जाना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी हरित रोग से परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर डराहरित रोग की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है।

डरावने सपनों से परेशान

हर इंसान सोने के बाद सपने देखता है। सपने हर तरह के होते है। कुछ अच्छे होते है तो किसी किसी को बहुत ही बुरे सपने आते है। जिसके कारण वह डर जाते है। उन्हें लगता है कि यह सपना नहीं वास्तव में कोई हकीकत है। सोते समय हमेशा यही डर लगता है की अगर वैसा ही सपना दोबारा आया। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से इस समस्या का समाधान कर सकते है। कभी-कभी सपने हकीकत से ज्यादा डरावने होते हैं। आपने भी रात में सोते हुए कभी ऐसा सपना जरूर देखा होगा जिससे आपकी आंखें नींद के बीच में ही खुल गई होगी। ऐसा होना लाजिमी भी है क्योंकि नींद में हमारा दिमाग पूरी तरह सक्रिय नहीं रहता इसलिए आप नींद में सपनों को हकीकत समझकर डर जाते हैं।

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी डरावने सपनों से परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर डरावने सपनों की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है।.

आंखों से पानी आना

आँखों से पानी आना या अश्रुपात एक ऐसी समस्या है जिसमें आँखों से अत्यधिक आंसू आने लगते हैं और इनका कारण भी समझ नहीं आता है।आंख या आंखों से अपर्याप्त आंसू फिल्म जल निकासी है। सामान्य प्रणाली के माध्यम से निकलने वाले आंसुओं के बजाय, वे चेहरे पर बहते हैं। आंखे शरीर का सबसे जरूरी, सुंदर और नाजुक अंग है। सर्दी के मौसम में नमी और ठंडक के कारण आंखों में पानी आ जाता है लेकिन यह ड्राई आई सिंड्रोम का संकेत भी हो सकता है। इस बीमारी में आंखों से बहुत ज्यादा पानी आना, धुंधला दिखाई देना और चुभन महसूस होना, सूजन, रैशेज, लालपन जैसे लक्षण दिखाई देते है। आज हम आपको बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से आंखों में पानी आने की समस्या का समाधान कर सकते है।

आंखों में पानी आने के कारण-

धुआं या प्याज
संक्रमित
आँख में चोट लगने से
केराइटिस
कॉर्नियल अल्सर
स्टाइल
बेल्स पाल्सी
सूखी आंखें
एलर्जी

आइये जानते है इसके लक्षण-

कम दिखाई देना
आँखों में सूजन
आंखों में दर्द
आँखों में कुछ हो ऐसा महसूस होना
आँखों में लाली

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भीआंखों से पानी आने से परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर मआंखों से पानी आने की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है।