रिंगवर्म यानी दाद,खाज, खुजली. यह एक प्रकार का त्वचा संक्रमण है. जो फंगस के कारण होता है. Dermatophyte नाम के फंगस के कारण दाद  की समस्या उत्पन होती है. दाद  किसी भी व्यक्ति को किसी भी उम्र में हो सकता है.

रिंगवर्म दाग का उपचार

रिंगवर्म यानि दाद एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति को, जानवरों से इंसानों को बहुत आसानी से फैलता है. रोगी के द्वारा उपयोग की गयी वस्तु से भी ये फ़ैल सकता है.

दाग त्वचा के उपरी हिस्से में होता है. त्वचा में खुजली, जलन और लालिमा जैसे लक्षण उत्पन्न होकर दाद का रूप ले लेते हैं.

दाद के कारण :

दाद फंगल के संक्रमण के कारण होता है. यह बड़ी ही आसानी से तथा कई तरीकों से फैल सकता है. अगर किसी जानवर को दाद हुआ है तो उस जानवर को स्पर्श करने से भी दाद का संक्रमण मनुष्ण के शरीर में फैल सकता है. मनुष्य द्वारा किसी संक्रमित वस्तु को छूने से भी दाद का संक्रमण उनमें फैल सकता है जैसे कंघी, ब्रश, कपड़े, तौलिया, बिस्तर आदि।

यानी दाग खाज, खुजली. यह एक प्रकार का त्वचा संक्रमण है. जो फंगस के कारण होता है. Dermatophyte नाम के फंगस के काटन दाग की समस्या उत्पन होती है. दाग किसी भी व्यक्ति को किसी भी उम्र में हो सकता है.

रिंगवर्म के लक्षण :

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दाद में खुजली और जलन होना.
लाल च्क्कते से दिखाई पड़ना.
गोलकार आकार का दाग होना.

दाद से बचाव :
रिंगवर्म दाद खाज और खुजली से बचने के लिए अपने आहार में परिवर्तन करना चाहिए. ज्यादा तेल युक्त भोजन, मिर्च मसाला आदि का सेवन कम से कम करना चाहिए.
फंगल संक्रमण से बचने के लिए भोजन में लौंग का प्रयोग करना चाहिये.
विटामिन इ युक्त चीजों का सेवन करें.
दाद वाली जगह पर बार बार छुए नही न ही खुजली करें.
शरीरिक साफ़ सफाई का विशेष ख्याल रखे.