Epilepsy Treatment in Homeopathy

अपस्मार या मिर्गी एक तंत्रिकातंत्रीय विकार है, जिसमें रोगी को बार-बार दौरे पड़ते है। मस्तिष्क में किसी गड़बड़ी के कारण बार-बार दौरे पड़ने की समस्या हो जाती है। दौरे के समय व्यक्ति का दिमागी संतुलन पूरी तरह से गड़बड़ा जाता है और उसका शरीर लड़खड़ाने लगता है। इसका प्रभाव शरीर के किसी एक हिस्से पर देखने को मिल सकता है, जैसे चेहरे, हाथ या पैर पर। इन दौरों में तरह-तरह के लक्षण होते हैं, जैसे कि बेहोशी आना, गिर पड़ना, हाथ-पांव में झटके आना। मिर्गी किसी एक बीमारी का नाम नहीं है। अनेक बीमारियों में मिर्गी जैसे दौरे आ सकते हैं। मिर्गी के सभी मरीज एक जैसे भी नहीं होते। किसी की बीमारी मध्यम होती है, किसी की तेज। यह एक आम बीमारी है जो लगभग सौ लोगों में से एक को होती है। इनमें से आधों के दौरे रूके होते हैं और शेष आधों में दौरे आते हैं,जबकि उपचार जारी रहता है।

मिर्गी के कारण
मिर्गी के कई कारण हैं, जिनमे से कुछ कारण है :
ब्रेन ट्यूमर।
न्यूरोलॉजिकल डिज़ीज जैसे अल्जाइमर रोग।
जन्म के समय मस्तिष्क में पूर्ण रूप से ऑक्सिजन का आवागमन न होने पर।
दिमागी बुखार और इन्सेफेलाइटिस के इंफेक्शन से मस्तिष्क पर पड़ता है प्रभाव।
ब्रेन स्ट्रोक होने पर ब्लड वेसल्स को क्षति पहुँचती है।
सिर पर किसी प्रकार का चोट लगने के कारण।
जेनेटिक कंडिशन।
कार्बन मोनोऑक्साइड के विषाक्तता के कारण भी मिर्गी का रोग होता है।
ड्रग एडिक्शन और एन्टीडिप्रेसेन्ट के ज्यादा इस्तेमाल होने पर भी मस्तिष्क पर प्रभाव पड़ सकता है।

मिर्गी के लक्षण
मिर्गी के मरीज में कई अलग अलग लक्षण देखे गए है , परन्तु कुछ आम लक्षण जो मिर्गी के मरीज में देखे जाते है वो है :
जीभ काटने और असंयम की प्रवृत्ति।
अचानक हाथ,पैर और चेहरे के मांसपेशियों में खिंचाव उत्पन्न होने लगता है।
मरीज़ या तो पूर्ण रूप से बेहोश हो जाता है या आंशिक रूप से मुर्छित होता है।
पेट में गड़बड़ी।
सर और आंख की पुतलियों में लगातार मूवमेंट होने लगता है।
मिर्गी के दौरे के बाद मरीज़ उलझन में होता है, नींद से बोझिल और थका हुआ महसूस करता है।

मिर्गी का होम्योपैथिक उपचार
मिर्गी के लिए होम्योपैथिक में उपचार उपलब्ध है, जानते है मिर्गी के लिए होम्योपैथिक दवाएं :
Aethusa 3, 2 बुँदे, दिन में तीन बार लें (2 बुँदे सवेरे, 2 बुँदे दिन में, 2 बुँदे रात को)
R 33 की 20 बुँदे , दिन में ३ बार लें , (20 बुँदे सवेरे, 20 बुँदे दिन में, 20 बुँदे रात को)
Bio-Combination 24 की 4 गोली, दिन में ३ बार लें, (4 गोली सवेरे, 4 गोली दिन में, 4 गोली रात को)
बताई गयी दवा को सही मात्रा और सही समय पर लें, आपको मिर्गी में फर्क जरूर महसूस होगा साथ ही पर्याप्त नींद और एक ही समय में सोने की आदत का पालन करें , तनाव से दूर रहे , व्यायाम करें और संतुलित आहार लें ।