बवासीर : होम्योपैथिक घरेलू
चिकित्सा

गुदा के अंत में जो शिराएं (veins)  है, उनके सूजने या बड़ने को बवासीर कहते है | जब यह शिरा सूज
जाती है या बाद जाती है, तब इसे बलि या मस्सा कहते है | शिरा की यह सुजन गुदा के
अन्दर हो सकती है या स्वयं शिरा सूजकर गुदा से बाहर आ सकती है| अन्दर की सुजन या
मस्सो  को अंतर बलिया अंग्रेजी में (Internal piles) कहते हे| बाहर की सुजन या मस्सो को बहिर्बली से अंग्रेजी
में(External piles)  कहा जाता है| बाहर
की बवासीर से मस्से दर्द करते है, परन्तु उनसे खून नी निकलता है ,इसीलिए इसे वादी
बवासीर  (Blind piles or Dry piles) कहते है|

जब एक शिरा सूज जाती है तब रोगी
कहता है की उसे एक मस्सा है | जब दो शिराएं सूज जाती है, तब रोगी कहता है उससे दो मस्से है |
कभी कभी शिराएं सूजकर अंगूर के गुच्छे के सामान हो जाती है| तब रोगी कहता है की
उसे कई मस्से है    | यह शिकायत प्राय: गर्भवस्था के समय महिला को
तथा कब्ज होने से किसी को भी हो सकती हो जाया करती है|

खुनी बवासीर( Bleeding Piles)    की होम्यो चिकत्सा

बादी बवासीर (BLIND PILES) की होम्यो चिकत्सा