कैसे करें खर्राटो का होम्योपैथिक उपचार
कोई आपके के बगल में सोकर आपकी नींद हराम कर रहा है। तो खर्राटे लेने वाले को सावधान हो जाना चाहिए। कई बार लोग इसे आम बात समझ कर नजरअंदाज कर देते है। लेकिन ये दिल के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इस समस्या के दौरान सांस नली संकीर्ण हो जाती है। एयरफ्लो के संकुचित हो जाने के कारण कंपन के साथ ध्वनि पैदा होती है। इसे ही खर्राटे कहते हैं। अगर आपकों भी खर्राटे लेने की आदत है तो सबसे पहले जानिये इसके कारण और लक्षण-
आइये जानते है इसके कारण-
शराब का अधिक मात्रा में सेवन ।
नाक संबंधी समस्या होना।
पर्याप्त मात्रा में नींद न ले पाना।
गलत तरीके से सोने के कारण।
अधिक वजन का होना।
खर्राटे के लक्षण-
नाक, मुंह या गले में हवा कितनी प्रतिबंधित है।
सर्दी में नाक का जाम होना।
गले की सूजन के कारण।
कभी बढ़ी हुई मुंह की कोशिकाएं।
गले में टॉन्सिल के कारण।
आइये जानते है इसके उपाय-
खर्राटे लेना स्लीप एपनिया का भी लक्षण हो सकता हैण् यह तब होता है जब आपकी सांस का चलना काफी धीमा हो जाता है या आपके सोते समय एक बार में 10 सेकंड से अधिक समय तक सांस रूकती है। आप होम्योपैथिक विधि से इसका बेहतर उपचार करा सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये लिंक पर क्लिक कर वीडियो देख सकते है।