झुर्रिया अब जड़ से होंगी दूर |
उम्र के साथ साथ त्वचा से जुडी कई सारी समस्यां बढ़ने लगती है. देखा गया है की ३० से ३२ साल की उम्र के बाद त्वचा का प्रोटीन कम होने लगता है. जिसके कारण त्वचा में झुर्रिया होने लगती है.
साथ ही त्वचा बूढी होने लगती है.
त्वचा को जवान और मुलायम बनाये रखने के लिए हम तरह तरह के उपचारों को अजमाते है. जिसमे घरेलु और बाजार के उत्पाद भी मौजूद होते है. पर बाजार के क्रीम का उपयोग जब तक किआ जाता है तब तक झुरिया कम रहती है और बंद करने पर फर आने लगती है.
ऐसे में होमियोपैथी का उपचार आपको झुरियों की समस्या से जड़ से राहत दिला सकता है.
झुर्रियों के कारण
चेहरे में झुरियों का मुख्य कारण उम्र का बढ़ना होता है. उम्र के साथ साथ हमारी त्वचा रुखी होने लगती है. इस कारण उम्र बढ़ने के साथ साथ चेहरे पर फाइन लाइन और झुर्रियां दिखने लगती है.
जो व्यक्ति हमेशा धुप में रहे, उसके चेहरे में उम्र से पहले ही झुर्रियां पड़ने लगती है.
धुम्रपान करने वाले व्यक्ति का चहरे पर भी उम्र से पहले ही झुर्रियां पडने लगती है.
झुर्रियां मिटने के लिए कई प्रकार के प्रोडक्ट्स बाजार में उपलब्ध है. पर उनका उपयोग हमारी त्वचा को और ज्यादा नुकसान पंहुचा सकता है. क्योंकी इस तरह की क्रीम में केमिकल मिला होता है. ऐसी चीजों का प्रयोग करें जिसका कोईदुष्प्रभाव न हो.
झुर्रियो के लिए घरेलू और होम्योपैथिक दवाएँ का सेवन करे. क्योंकी होम्योपैथिक उपचार दुश्प्रभाव रहित होता है और इसमें रोगों को जड़ से खत्म करने की शक्ति होती है.