किडनी की पथरी किसे कहते है ?
किडनी गुर्दे में पथरी : ये एक मूत्रनली या गुर्दे (किडनी) का एक रोग है. जिसमे, गुर्दे के अन्दर छोटे या बड़े पत्थर जमा हो जाते है. कभी कभी ये छोटे छोटे होते है तो कभी कभी बड़े आकर के होते है .कभी एक किडनी में तो कभी दोनों किडनी में हो जाते है. लक्षण पता चलने पर किडनी की पथरी का उपचार समय से करा लेना चाहिए
(और पढे: सुमन जी की एलर्जी हुई चुमंतर | होमियोपैथी से चमत्कारी प्रभाव)
कैसे होती है पथरी : जब किडनी के फ़िल्टर करने की परक्रिया में थोड़ी खराबी आ जाती है. तो हमारे मूत्र में कुछ रासायनिक तत्वों की बढोतरी हो जाती है. ये तत्व मिल कर पथरी का रूप ले लेते है. इसी कारण गालब्लैडर में भी पथरी जमा हो जाती है.
किडनी की पथरी के लिए होम्योपैथिक चिकित्सा में बहुत अच्छा परिणाम है. पर इसलिए लिए आपको होम्योपैथिक डॉक्टर के द्वारा बताया गया खान पान की कई चीजों का परहेज करना पड़ता है.
इस लेख में आपको बता रहे है की कैसे सालों पुरनी किडनी की पथरी के मरीज को किडनी की पथरी से कुछ ही समय में लाभ मिला.
केस 1 : रोगी का नाम ( कांता बल्लभ तिवारी )
कांता बल्लभ तिवारी कोटाबाग के एक छोटे से गाव में रहने वाले साधारण से व्यक्ति है. २२ साल पहले इनको पता चला की इनकी किडनी में पथरी है, पर उस समय तिवारी जी को पथरी के कारण ज्यादा समस्या नही
होती थी. इस वजह से इन्होने पथरी का कोई उपचार नही कराया. बस जब दर्द होता तो कभी पेनकिलर तो कभी पथरी की दवा खा लेते थे.
कई सालों तक ये सिलसिला चलता रहा और कुछ समय बाद कांता बल्लभ जी को लगा की शायद पथरी निकल गयी हो. कांता बल्लभ जी को एक रोज अचानक से पेट के निचे पर दर्द उठा, वो दर्द असहनीय था. इसलिए घरवाले इनको जल्द से जल्द
हॉस्पिटल ले कर गये. वहा पता चला की कांता बल्लभ जी की पथरी बाद गयी है पर अब इसका एक मात्र उपचार है ऑपरेशन.
कांता बल्लभ जी को किसी ने साहस होमोपथी के उपचार के बारे मे बताया. ये अपने बेटे के साथ साहस होमियोपैथी में आये. इन्होने अपना अल्ट्रासाउंड डॉक्टर नवीन चन्द्र पाण्डेय जी को दिखाया. डॉक्टर पाण्डेयजी ने कांता बल्लभ जी को दवा दी और कुछ परहेज बताये. मात्र ४ दिन बाद कांता बल्लभ जी को शरीर में बहुत फर्क नजर आया. और इन्होने एक बार फिर अल्ट्रासाउंड कराया. कांता बालभ जी ये देख कर दंग रह गये की उनकी पथरी जो की परसों ही ११मम से ज्यादा थी. जो आज बिलकुल गायब है.
कांता बल्लभ जी ने होमियोपैथी का धनयवाद किया. साथ ही दर्शको को होमियोपैथी अजमा कर निरोगी रहने का संदेश दिया.
पथरी के लिए एलोपथिक डॉक्टर ऑपरेशन की सलाह देते है. परन्तु होमियोपैथी में बिना ऑपरेशन /चीर फाड़ के बिना ही कई गंभीर रोगों का उपचार सरलता से किया जाता है.