मात्र 21 दिन में पाया छुटकारा किडनी स्टोन से
किडनी स्टोन के बारे में आपने पिछले लेख में पढ़ा होगा. पथरी का समय से उपचार करना ही सही उपाय है इससे छुटकारा पाने के लिए.
जितने समय तक हम इस नजरंदाज करेंगे ये उठनी ही तकलीफ देती है.
इस लेख में हम किडनी के पथरी के रोगी (अमरनाथ जी ) के अनुभव साझा करेंगे.
कैसे वो पथरी के रोग से मुक्त हुए?
किडनी की पथरी से छुटकारा
अमरनाथ जी की किडनी की पथरी २१ दिन मे पूर्ण रूप से निकल गयी. अमरनाथ जी हल्द्वानी के रहने वाले है और CRPF बिहार में कार्यकार्त है. अमरनाथ जी को एक रात पेट में बायीं ओर दर्द हुआ. दर्द बहुत तेज था तो अमरनाथ जी ने अगली सुबह डॉ को दिखाया.
लोकल डॉ ने अमरनाथ जी को अल्ट्रासाउंड के लिए बताया. क्योंकी उनमे कुछ पथरी के लक्षण नजर आने लगे थे. साथ ही कुछ अंग्रेजी दवाए दी. पर जगल वाले इलाके में र्कायकार्रत होने के कारण अमरनाथ जी अल्ट्रासाउंड नही करा पाए.
साहस होमियोपैथी से पथरी का उपचार
कुछ समय बाद अमरनाथ जी को छुट्टी मिली, वो हल्द्वानी वापस आये. और कुछ समय तक अंग्रेजी दवाए ली.अमरनाथ जी के घरवालों ने उनको साहस होमियोपैथी में एक बार दिखाने को कहा.
१ अप्रैल को अमरनाथ जी साहस होमियोपैथी में गये. यहाँ डॉक्टर नवीन चन्द्र पाण्डेय जी ने उनको अल्ट्रासाउंड करने की सलाह दी.
लोकल में diagnosis सेंटर में अल्ट्रासाउंड करने के बाद, रिपोर्ट में पथरी निकल के आई.
डॉ नवीन चन्द्र पाण्डेय जी ने अमरनाथ जी की होम्योपैथिक दवाए शुरू की और साथ में कुछ परहेज बताये. पथरी होने पर खान पान में कुछ चीजों का परहेज करना चाहिए. जैसे भिन्डी, बैगन, कद्दू आदि.
अमरनाथ जी ने बतये गये परहेजो को अपनाये और नियमित दवाए खायी साथ ही पानी अधिक से अधिक मात्रा में पिया.
२१ दिन के बाद अल्ट्रासाउंड कराने के बाद पता चला की उनको अब पथरी नही है. पर पथरी ठीक होने के २१ दिन बाद भी उन्हें दवाए दी गयी ताकि पथरी दोबारा न बन सके.
मात्र २१ दिन में दोबारा अल्ट्रासाउंड कराने के बाद रिपोर्ट में पथरी नही आई.
जानकारी देते हुए अमरनाथ जी बताते है की, उनके भाई को भी पथरी की शिकायत थी जो ऑपरेशन से निकली गयी परन्तु पथरी अब दोबारा बन गयी है. अमरनाथ जी सभी दर्शको को बताना चाहते है की किडनी की पथरी के लिए एक बार होमोपथिक उपचार जरुर अपनाये.
नोट :
किडनी की पथरी होने पर खान पान का विशेष ख्याल रखना चाहिए.
अधिक से अधिक पानी या अन्य पेय प्रदार्थ का सेवन करें.
पलक, बीन्स,कद्दू, टमाटर, मुगफली, नट्स, मासं, मछली और दुग्ध उत्पादों का सेवन भी न करें.
फलो के रस का, नारियल पानी का सेवन करें.