Pricky Heat
Pricky heat
घमौरी एक प्रकार का चर्मरोग है। यह रोग गर्मियों तथा बरसात के दिनों में व्यक्तियों की त्वचा पर हो जाता है। घमौरी होने के कारण तव्चा में खुजली होने लगती है और कटीला महसूस होता हैं घमौरी किसी भी उम्र के लोगो को हो सकते हैं ये अक्सर ऐसे स्थान पर होते है, जो कपड़ो से ढकी होती हैं जैसे पीठ पर , गर्दन पर, छाती पर आदि जगहों पर. ये त्वचा में गर्मी के कारण हो सकती हैं. घमौरी से त्वचा पर लाल लाल दाने से उभर कर आने लगते हैं.
घमौरी होने का कारण:-
मौसम और वातारण में बदलाव
अधिक गर्मी के कारण तथा शरीर की ठीक प्रकार से सफाई न होने के कारण
कब्ज बनने के कारण भी हो सकता है।
ज्यादा व्यायाम या ज्यादि शारीरिक गतिविधियों के कारण शरीर में ज्यादा पसीना आता है, जो घमौरियों का कारण बनता हैं
लम्बे समय तक बिस्तर में आराम करने के कारण
नवजात शिशु और बच्चों में घमौरी होने की सम्भवना अधिक होती हैं
घमौरी होने के लक्षण:-
जानते हैं घमौरी होने के कुछ सामान्य लक्षण :
जब यह रोग किसी व्यक्ति को हो जाता है तो उसकी त्वचा पर छोटी-छोटी और लाल-लाल फुन्सियां निकलती हैं, जिसमें से कभी-कभी दूषित द्रव निकलने लगता है तथा इनमें खुजली भी होती रहती है।
घमौरी एक समय में शरीर के अलग अलग भागों में हो सकती हैं
घमौरियों के कारण त्वचा सिकुड़ने लगती हैं.
जानते है घमौरियों के लिए कुछ होम्योपैथिक दवाएं :
REPL 109 की २० बुँदे, दिन में ३ बार लें (२० बुँदे सवेरे, २० बुँदे दिन में, २० बुँदे शाम को ) लेकिन अगर 5 साल से छोटा बच्चा है तो , ५ बुँदे दिन में ३ बार दे (५ बुँदे सवेरे, ५ बुँदे दिन में, ५ बुँदे शाम को)
ध्यान दे – दवाओं का सेवन बताई गयी विधि और मात्रा में ही करें, आप किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त हैं तो दवाओं का उपयोग करने से पूर्व अपने निकटतम विश्वसनीय होमोपथिक विशेषज्ञ से जरुर परामर्श कर लें।