Sciatica homeopathic Treatment
कमर की नसों में से यदि किसी एक में सुजन आ जाये तो , पुरे पैर में दर्द होने लगता है । इस स्थिति को ही हिंदी में ग्रध्रसी (साइटिका) कहते है । यह दर्द नितम्ब संधि (hip joint) के पीछे से शुरू होकर धीरे धीरे बढता जाता है । दर्द इतना बढ़ जाता है की कभी कभी पैरो में शुन्यता आ जाती है ऐसे कई और कारण हो सकते है जिससे ये पृष्टि हो की रोगी को जो दर्द हो रहा है वो साइटिका का दर्द है की नहीं , और इन सभी समस्याओ का होमियोपैथी में इलाज संभव है ।
वैसे तो साइटिका का दर्द एक समय में सिर्फ एक ही टांग में होता है , लेकिन सर्दियों के दिनों में ये दर्द और अधिक हो जाता है। सोते समय, उठते बैठते , कई बार पैर की पूरी नस खीँच जाती है । जिसके कारण बहुत तकलीफ होती है ।
दवा : होम्योपैथिक दवा में आप सबसे पहले Gnaphalium २०० की 5 बुँदे सुबह, शाम दो बार ले , इसके साथ adel 39 की 20 ड्राप आधे कप पानी में 20 बुँदे 3 बार ले , इसके साथ आप B.C- 19 की 4-4 गोली, 3 बार ले , और साथ ही साथ अपना ध्यान रखे , योग व व्ययाम और अपने खाने पिने का ध्यान रखे ।