टाइफाइड बुखार या इसे मियादी बुखार भी कहा जाता है, यह बैक्टीरिया के कारण होता है, यह दूषित भोजन, सक्र्मित व्यक्ति के संपर्क में आने से, दूषित पानी के सेवन से होता है , इसका इलाज संभव है यदि व्यक्ति समय पर टाइफाइड का इलाज करवाए तो वह इससे बच सकते है
लक्षण : सामान्यतः इस रोग के बढ़ने का टाइम १-२ हफ्ते है, जिसमे व्यक्ति के अन्दर कई तरह के लक्षण दिखाई देते है
- भूख न लगना / जीभ पर सफेदी जमना
- शरीर में दर्द
- सिरदर्द रहना
- बुखार का लगातार रहना
- आलस रहना
- दस्त लगना उलटी होना
- खासी या कफ होना, पेट दर्द होना
उपचार : सबसे पहले अपना उपचार शरू करवाए और अपने चिकित्सक के संपर्क में रहे, खाने में जूस, सूप जैसे तरह पदार्थों का सेवन करे फाइबर वाले पदार्थ सब्जी, दाल, ऐसे खायें जो आसानी से पच जाये, इस रोग में व्यक्ति दवा के साथ अगर अपने खाने पीने पर भी ध्यान दे तो वह जल्दी ठीक हो जाता है
दवा: सबसे पहले Typhoidinum 200 की 5 बुँदे सुबह, शाम दे, यदि जीभ में सफेदी है तो Arnica 30 की 2 बुँदे 3 बार ( सुबह , दोपहर , शाम ) , इसके साथ Baptisia Tin Q की 10 बुँदे 3 बार( सुबह , दोपहर , शाम ) लें , और B.C 11 की 4 गोली 3 बार ( सुबह , दोपहर , शाम ) लें .