लकवे की समस्या

पक्षाघात, फालिज तथा अंग्रेजी में पैरेलिसिस के नाम से जाना जाने वाला रोग लकवा वास्तव में कोई रोग नहीं है बल्कि मस्तिष्क, रीढ़ या किसी स्नायु-विशेष के रोग से ही उसके अधीनस्थ अंग में जड़ता आने को लकवा कहकर पुकारा जाता है। आजकल लोगों को कई बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है। कुछ बीमारियों का इलाज आसानी से हो जाता है, लेकिन कुछ बीमारी ऐसी होती हैं, जिसमें इंसान को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लकवा भी एक ऐसी ही बीमारी है। अक्सर आपने देखा होगा कि अचानक कई लोगों के हाथ पैर टेढ़े हो जाते है। साथ ही शरीर के कई अंग काम करना बंद कर देते हैं। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप लकवा की बीमारी का होम्योपैथिक उपचार कर सकते है।

आइये जानते है लक्षण-

अंग का शिथिल पड़ जाना
उदास रहना
रक्तचाप बढऩा
जिद्दपन
भूख, नींद में कमी
कामेच्छा कमी
नाक में खुजलाहट
काम करने में परेशानी
कब्ज की समस्या

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी लकवे की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर लकवे की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।