सफेद दाग की समस्या

इस बीमारी को समाज में कलंक के रूप में भी देखा जाता है। विटिलिगो किसी भी उम्र में शुरू हो सकता है, लेकिन विटिलिगो के आधा से ज्यादा मामलों में यह 20 साल की उम्र से पहले ही विकसित हो जाता है। वहीं 95 प्रतिशत मामलों में 40 वर्ष से पहले ही विकसित होता है। शरीर के किसी अन्य अंग पर सफेद दाग दिखने लगता है। सफेद दाग का सही समय पर इलाज करवाना जरूरी होता है वरना ये शरीर के बाकी हिस्सों पर भी फैल सकता है। स्किन के किसी अंग या बालों का सफेद होना विटिलिगो कहलाता है। जिसे सफेद दाग के नाम से भी जानते है। यह समस्या शरीर में मेलानोसाइट्स की कमी के कारण होते है। जो मेलानिन नामक स्किन के पिगमेंट बनाती है। जिससे स्किन में रंग बनने वाली कोशिकाएं खत्म होने के कारण यह सफेद दाग होते हैं। यह सफेद दाग शरीर में किसी भी जगह हो सकते हैं। समय से पहले सिर के बाल,भौहें, पलकें, दाढ़ी के बालों का रंग उड़ जाता है या सफेद हो जाती है। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप सफेद दाग से छुटकारा पा सकते है।

सफेद दाग के कारण-

पाचन तंत्र खराब
कैल्शियम की कमी
बच्चों के पेट में कृमि
अनुवांशिकता
लीवर रोग
जलने पर
चोट लगने से

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी सफेद दाग की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर सफेद दाग की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर आप अपने बच्चे का सही तरीके से उपचार कर सकते है।