फोड़े की समस्या को करें दूर
फोड़ा त्वचा पर एक लाल, दर्दनाक, गांठ होती है जो संक्रमित बाल कूप पर विकसित होता है। उन्हें फ्युरंकल भी कहा जाता है। त्वचा में एक छोटा सा छेद होता है जिससे बाल बढ़ता है। फोड़े सबसे अधिक त्वचा के उन क्षेत्रों पर होते हैं जहां बाल, पसीना और घर्षण एक साथ होता है, जैसे गर्दन, चेहरे या जांघों पर। समय के साथ फोड़े के अंदर मवाद बन जाता है, ऐसे में यह बड़ा हो जाता है और अधिक दर्दनाक हो जाता है। ज्यादातर मामलों में फोड़ा अपने आप फट जाता है और मवाद निकल जाता है। जिससे दर्द भी होता है। अगर आप भी फोड़े से परेशान है तो आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है।
फोड़े-फुंसी के कारण
इंफेक्शन
गंदगी में रहना
अस्पताल में रहना
इंफेक्शन वाले लोगों से संपर्क
फोड़े-फुंसी के लक्षण
फोड़े में दर्द
लाल रंग के फोड़े
बुखार आना
कमजोरी
पसीना आना
होम्योपैथिक उपचार-
अगर आप भी फोड़े की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर फोड़े की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।