दस्त का होम्योपैथिक उपचार
अक्सर लोगों को दस्त की शिकायत रहती है। ऐसे में आप घरेलू उपचार के साथ-साथ दवाओं का उपयोग करते है। जब गुदा मार्ग से पानी की तरह बार-बार मल का बाहर निकलता है जो उसे दस्त कहते है। दस्त कई कारणों से हो सकती है। जब शरीर में उपस्थित दोष वात,पित्त, कफ में मुख्यत: वातदोष असंतुलित हो जाता है। इससे शरीर की पाचन क्रिया को कमजोर हो जाती है। दस्त पेट के मुख्य लक्षणों में से एक है, अन्य उल्टी है। दस्त पेट या आंत की सूजन होती है जो जीवाणु या वायरल संक्रमण के परिणामस्वरूप होती है। दस्त आमतौर पर इलाज की आवश्यकता के बिना 2-4 दिनों तक रहता है। अगर आप भी दस्त की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक विधि से इसका बेहतर उपचार कर सकते है।
आइये जानते है दस्त के कारण-
परजीवी
भोजन का न पचना
आंत के बैक्टीरिया
वायरस
दस्त के लक्षण-
मतली
बुखार आना
भूख में कमी
पानी जैसे दस्त
पेट की खऱाब
पेट में ऐंठन
होम्योपैथिक उपचार-
अगर आप भी दस्त की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर दस्त की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए ऊपर दिये गये वीडियो को देखें।