ब्लड प्रेशर की होम्योपैथिक दवा

शरीर में मौजूद रक्त नसों में लगातार दौड़ता रहता है और इसी रक्त के माध्यम से शरीर के सभी अंगों तक ऊर्जा और पोषण के लिए जरूरी ऑक्सीजन, ग्लूकोज, विटामिन्स, मिनरल्स आदि पहुंचते हैं। ब्लड प्रेशर उस दबाव को कहते हैं, जो रक्त प्रवाह की वजह से नसों की दीवारों पर पड़ता है। ये ब्लड प्रेशर इस बात पर निर्भर करता है कि हृदय कितनी गति से रक्त को पंप कर रहा है और रक्त को नसों में प्रवाहित होने में कितने अवरोधों का सामना करना पड़ रहा है। ज्यादा रक्त का दबाव हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर की श्रेणी में आता है। आज हम आपको बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से हाई ब्लड प्रेशर पर काबू पा सकते है।

ब्लड प्रेशर बढऩे के कारण

वजन बढऩा
धूम्रपान करना
ज्यादा नमक का सेवन
व्यायाम या योगा न करना
शराब का सेवन
65 साल से ज्यादा उम्र
सब्जियों का सेवन न करना
पेय पदार्थ का सेवन

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी ब्लड प्रेशर बढऩे की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर ब्लड प्रेशर बढऩे की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखें।

डायबिटीज की समस्या

जब शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है तो इस स्थिति को डायबिटीज कहा जाता है। यह इंसुलिन की कमी के कारण होता है। इंसुलिन एक हार्मोन है जो पाचन से बनता है। डायबिटीज लगातार एक गंभीर बीमारी बनती जा रही है। इसके रोगियों की संख्या में दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। डायबिटीज अंदर से धीर-धीरे खोखला कर सकती है। इसे धीमी मौत भी कहा जाता है। कई लोगों ने आपको डायबिटीज से बचने के उपाय और सुझाव दिए होंगे लेकिन डायबिटीज को बेहतर जीवनशैली, खानपान और एक्सरसाइज से ही कंट्रोल किया जा सकता है। आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है।

आइये जानते है इसके कारण-

ज्यादा मीठा खाना
पानी की कमी
मोटापा हो सकता है कारण
व्यायाम न करना
कम नींद लेना
अनहेल्दी डाइट लेना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी डायबिटीज की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर डायबिटीज की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखें।

पेट में गैस

पेट में गैस की समस्या को पेट में वायु बनना या गैस बनना आदि भी बोला जाता है। इसे पेट या आंतों की गैस और पेट फूलना भी कहते हैं। आजकल अस्वस्थ आहार और सुस्त जीवनशैली के कारण पेट में गैस की समस्या होना आम बात हो गई है। अगर किसी दिन पेट में गैस बन जाए, तो खाना-पीना और काम करना मुश्किल हो जाता है। कुछ लोगों को तो गैस का दर्द इतना परेशान करता है कि उनके लिए सांस तक लेना कठिन हो जाता है। गैस के चलते पेट में भारीपन व दर्द, आंखों में जलन, उल्टी आने का अहसास होना और सिर में दर्द तक होता है। आज हम आपको बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से पेट के गैस का उपचार कर सकते है।

आइये जानते है गैस के कारण-

अत्यधिक भोजन करना
बैक्टीरिया
भोजन चबाकर न खाना
पेट में अम्ल
दूध का सेवन
अधिक शराब पीना
मानसिक चिंता या स्ट्रेस
एसिडिटी,
बदहजमी
मिठास और सॉरबिटोल खाना
सुबह नाश्ता न करना
जंक फूड
बासी भोजन करना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी पेट की गैस की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर पेट की गैस की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखें।

लिपोमा की समस्या

लिपोमा एक गांठ होती है, जो शरीर के किसी भी हिस्से में वसा की मात्रा बढ़ जाने से होती है। यह अधिकांश स्किन के आंतरिक हिस्से में होती है। इसके ज्यादातर होने की संभावना कंधे, छाती, जांघों और अंडरआर्म के हिस्स में बनती है। यह एक तरह के साधारण फोड़े की तरह ही होता है, अंतर यह है कि फोड़ा स्किन के बाहरी हिस्से में होता है और लिपोमा आंतरिक हिस्से में होता है। आज हम आपको बतायेंगे कैसे होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है।

लिपोमा के कारण-

जन्मजात
घाव के कारण
मोटापा
अधिक शराब का सेवन
लीवर संबंधी रोग

लक्षण-

गांठ गर्दन
कंधे व हाथ में गांठ
छूने पर गांठ महसूस होना
नस पर दबाव
कब्ज की समस्या

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी लिपोमा की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर लिपोमा की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखें।

धूम्रपान से खांसी

लोगों के धूम्रपान करने के कई कारण हो सकते हैं। इसमें निकोटिन एक ऐसा मादक पदार्थ है, जो किसी के चाहने पर भी उसे धूम्रपान नहीं छोडऩे देता।अगर किसी स्मोकर की आवाज में घरघराहट आ जाए तो इसे सीओपीडी का शुरूआती संकेत माना जाना चाहिए। यह फेंफड़ों में संक्रमण की तेजी से फैलने वाली अवस्था है हवा की नली में धूप से हुई झुलसन जैसा है। सीओपीडी में वो इतना झुलस जाती हैं कि वह हवा के आने.जाने को रोकने लगती हैं। खांसी, थूक निकलना और हल्की कसरत में भी दम फूलना इसके शुरूआती लक्षण हैं। धूम्रपान व शराब का सेवन करने से वायरस तेजी से बढऩे लगते हैं। सबसे पहले यह वायरस फेफड़ों पर जाल बनाकर कमजोर बना देते हैं।

बीमारी फैलने के कारण

दूषित हवा
अधिक भीड़ वाली जगह में रहना
पौष्टिक आहार न मिलना
धूम्रपान
तंबाकू व शराब का अधिक सेवन
घर में एक साथ सोना व उठना-बैठना
खांसी
खुली जगहों पर थूक देना

https://www.youtube.com/watch?v=9ifBTsKz1bI

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी खांसी की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर खांसी की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखें।

पीलिया की समस्या

लीवर हमारे शरीर के सबसे बड़े एवं सबसे व्यस्त अंगों में से एक है जो कई सारी शारीरिक एवं रासायनिक प्रक्रियाओं में शामिल होता है। लीवर के सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में से एक है। शरीर में बनें जहरीले अपशिष्ट पदार्थों को कम हानिकारक तत्वों में बदलना ताकि वे सुरक्षित रूप से शरीर से बाहर निकाले जा सकें। पीलिया में त्वचा पीली पड़ जाती है और आंखें सफेद होने लगती हैं। नवजात बच्चे अक्सर पीलिया की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में बच्चों का खास ख्याल रखने की जरूरत है। अगर शरीर पीला पड़ रहा है तो ये पीलिया का लक्षण हो सकता है। पीलिया को जॉन्डिस भी कहा जाता है। हालांकि, बच्चों में पीलिया होने पर चिंता की कोई बात नहीं है। लेकिन अगर बड़े इस बीमारी की चपेट में आ जाएं तो परेशानी बढ़ जाती है। इसे ठीक होने में भी लंबा वक्त लग जाता है। आप होम्यापैथिक विधि से पीलिया का उपचार कर सकते है।

पीलिया के लक्षण-

हेपेटाइटिस वायरस
लीवर की नलिकाओं में अवरोध
अल्कोहलिक लीवर डिजीज
थेलेसीमिया
लीवर कैंसर
लीवर सिरोसिस

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी पीलिया की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर पीलिया की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

मुंहासों की समस्या

मुंहासे होना एक आम समस्या है। इससे कई लोग परेशान रहते है। मुंहासों की वजह से कई बार चेहरे पर धब्बे रह जाते हैं। क्या आप भी ऐसे ही मुंहासों की समस्या से परेशान हैं या मुंहासे से होने वाले धब्बे से परेशान हैं। मुंहासे के दाग तब ज्यादा परेशान करते हैं जब आप कही जाने का प्लान कर रहे होते हैं। ऐसे में दाग की वजह से आपका मूड भी खराब हो जाता है। वहीं कई बार तो ये काले धब्बे एक महीने तक और कभी-कभी तो उससे भी ज्यादा समय तक चेहरे पर रह जाते हैं। आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है।

मुंहासों के कारण-

फुंसी का होना
सिस्ट का होना
काले धब्बों का होना
छालों का पडऩा

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी मुंहासों की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर मुंहासों की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए ऊपर दिये गये वीडियो को देखे।

बीपी बढऩे की समस्या

आजकल के समय में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या बेहद आम हो गई है। बिगड़ते लाइफस्टाइल की वजह से कभी भी बीपी बढ़ जाता है। बढ़ते बीपी को कंट्रोल करने के लिए लोग दवाइयों का सेवन करते हैं, लेकिन दवाइयों का सेवन करने से हमारे शरीर को कई अन्य नुकसान भी पहुंचते हैं। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को कम करने के लिए हमें होम्योपैथिक विधि अपनाना चाहिए। ब्लड प्रेशर की समस्या आज के समय में बेहद आम हो गई है। सिर्फ बढ़ती उम्र में ही नहीं, बल्कि युवा वर्ग भी गलत लाइफस्टाइल के कारण हाई बीपी या लो बीपी की समस्या का सामना कर रहा है। सबसे पहले जानते है इसके लक्षण-

बीपी बढऩे के लक्षण-

बेचैनी
घबराहट
थकान
धूंधला दिखना
कमजोरी महसूस करना
नाक से खून निकलना
सिरदर्द होना
सिर घूमना
सिर भारी होना
सीने में तेज दर्द
चक्कर आना
उल्‍टी महसूस होना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी बीपी बढऩे की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर बीपी बढऩे की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए ऊपर दिये गये वीडियो को देखे।

हाइपोथर्मिया की समस्या

शरीर का एक सामान्य तापमान होता है, जो कि शरीर द्वारा कंट्रोल किया जाता है। जब शरीर का तापमान इस सामान्य व सुरक्षित स्तर से अचानक नीचे गिर जाता है, तो यह हाइपोथर्मिया कहलाता है। यह समस्या जानलेवा भी साबित हो सकती है और खासतौर से नवजात और बुजुर्ग लोगों के लिए तो यह समस्या काफी खतरनाक होती है। शरीर इतनी शारीरिक गर्मी का उत्पादन नहीं कर पाता, जितनी गर्मी आपके शरीर द्वारा इस्तेमाल की जा रही है। आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है।

आइये जानते है इसके कारण-

कंपन महसूस करना
सांसें धीमी होना
बोलने की गति कम होना
े शारीरिक थकान
याद्दाश्त कमजोर होना
हाथ और पैरों का सुन्न होना
नवजातों की त्वचा लाल या ठंडी होना
नवजात बच्चों में ऊर्जा की कमी
बोलचाल में परेशानी
बेहोश होना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी हाइपोथर्मिया की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर हाइपोथर्मिया की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

बेल्स पाल्सी की समस्या

वायरल इन्फेक्शन से होने वाली इस बीमारी में आधे चेहरे की मांसपेशियों में अचानक कमजोरी आती है ऐसे में चेहरे का आधा हिस्सा एक ओर लटक जाता है। इसे फेशिअल पैरालिसिस या चेहरे का लकवा कहते हैं। बेल्स पाल्सी में चेहरे को कंट्रोल करने वाली नर्व या तो सिकुड़ जाती है या सूज जाती है। इससे आधा चेहरा अकडक़र एक तरफ लटक जाता है। ऐसी अवस्था में कुल्ला करने, मुस्करानें तथा एक तरफ की आंख बंद करने में परेशानी होती है। कुछ मामलों में बेल्स पाल्सी का अटैक गम्भीर होता है और सही समय पर इलाज न होने से चेहरा स्थायी रूप से बिगड़ जाता है। आप होम्योपैथिक विधि से बेल्स पाल्सी का उपचार कर सकते है।

आइये जानते है इसके लक्षण-

चेहरे का अकडक़र
चेहरे की मासपेशियां का लगातार फडक़ना
आँखों और मुंह का सूखना
सिर दर्द
लगातार दो हफ्ते से जुकाम
कान या आंख में संक्रमण
अचानक चेहरे पर अजीबोगरीब लक्षण
चेहरे में कमजोरी
कुल्ला करने पर मुंह में पानी न रूकना
खाने-पीने में परेशानी

आइये जानते है इसके कारण-

साइनस
दिल टूटना
किसी करीबी से बिछडऩा
जुकाम
वायरल संक्रमण
मानसिक आघात

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी बेल्स पाल्सी की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर बेल्स पाल्सी की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।