Burning Feet Syndrome

पैरों में जलन होना एक बहुत ही आम समस्या है और ये समस्या किसी भी व्यक्ति को किसी भी उम्र में प्रभावित कर सकती हैं । जलन की भावना हल्‍के से लेकर गंभीर और तीव्र या क्रोनिक प्रकृति की हो सकती है। अक्सर, पैरों में जलन तंत्रिका तंत्र में नुकसान , कमी, किसी रोग या शिथिलता के कारण होती है।
देखा ये भी गया है की जिन लोगों में विटामिन, कैल्शियम, फोलिक एसिड आयरन , या थाइरोइड की कमी होती है उनमे ये समस्या आम होती है इसके अलावा किसी गंभीर बीमारी के कारण भी पैरों में जलन होती हैं.
यह समस्या कभी-कभी मधुमेह, शराब के अधिक सेवन और विषाक्त पदार्थों के जोखिम के साथ भी जुड़ी होती है।

पैरों में जलन के कारण

तंत्रिका तंत्र की कमी व किसी नुकसान के कारण पैरों में जलन होती है. पैरों में जलन के कई कारण हैं जानते है इसके कुछ सामान्य कारण :
गुर्दे से जुड़ी बीमारी
रक्तचाप
किसी गंभीर बीमारी के कारण जैसे मधुमेह, किडनी की समस्या
विटामिन, कैल्शियम और आयरन की कमी
रक्त वाहिकाओं में संक्रमण
शराब, धूम्रपान या किसी नशीले प्रदार्थ का सेवन करने के कारण
दवाओं के दुष्प्रभाव के कारण

पैरों में जलन के लक्षण
पैरों में जलन होने पर व्यक्ति में कुछ लक्षण देखने को मिलते है जैसे :
पैरों में लाली , सूजन, जलन, झनझनाहट
शारीरिक कमजोरी
बदन में दर्द आदि लक्षण हाथ पैरों की जलन में दिखाई देते हैं

पैरों की जलन का होम्योपैथिक उपचार

पैरों की जलन होने पर कुछ होम्योपैथिक दवाओं का सेवन कर आप हाथ पाव की जलन से राहत पा सकते हैं.
Sulphur 6c, २ बुँदे सवेरे सवेरे निहार मुँह
Ferrum Metallicum 3x की 2 गोली दिन में 3 बार लें (२ गोली सवेरे, २ गोली दिन में, २ गोली शाम को )
Bio-Combination 1, ४ गोली दिन में ३ बार (४ गोली सवेरे, ४ गोली दिन में, ४ गोली शाम को )

इन दवाओं को उचित मात्रा में सेवन और सही समय पर इन दवाओं का सेवन करने पर आपको हाथ पाव की जलन में लाभ मिलेगा। साथ ही शराब का सेवन न करें और खाने में विटामिन की मात्रा बढ़ाये।