Cervical Spondylosis
सर्वाइकल का दर्द गर्दन की दर्द को कहा जाता हैं। गर्दन की हड्डी शरीर में उपयुक्त होने अली वाली एक महत्वपूर्ण हड्डी है। कभी कभी ये दर्द खुद ही ठीक हो जाता हैं लेकिन कभी कभी ये बिना डॉक्टर परामर्श व इलाज के बिना ठीक नहीं होता ये समस्या हड्डियों से जुडी हुई होती हैं और इस समस्या से हड्डियों में असहनीय दर्द होता हैं.
आज के दौर में अव्यवस्थित दिनचर्या और अनियमितताओं के कारण लगभग हर तीसरे व्यक्ति को सर्वाइकल की परेशानी सहनी पडती हैं। घंटों बैठे रहना, खराब पोश्चर, झुक कर बैठना और कई अन्य गलत आदतों की वजह से इस परेशानी का सामना बड़ी तादाद में लोगों को करना पड़ता है.
सर्वाइकल का दर्द के कारण :-
सर्वाइकल के दर्द के अनेक कारण हैं, जिनमे से कुछ कारण निम्न है, :-
बढ़ती उम्र के साथ सर्वाइकल का दर्द
किसी गंभीर बीमारी के कारण
किसी दुर्घटना के कारण हड्डियों में दर्द होना ‘
बैठने, उठने, सोने की गलत पोजीशन
गर्दन को झुका कर काम करना
शारीरिक व मानसिक तनाव
भारी वजन के हेलमेट का उपयोग करना
सोने के लिए ऊँचे या बड़े तकिये का इस्तेमाल
भरी सामान उठाने के कारण
सर्वाइकल का दर्द के लक्षण:-
सर्वाइकल दर्द के कई लक्षण देखे गए हैं जिनमे से कुछ सामान्य लक्षण निम्न हैं :-
शरीर में दर्द
चक्कर आना
सर में दर्द
उठने बैठने चलने या सोने में शरीर में दर्द
कमजोरी महसूस करना
मांसपेशियों में अकड़न
शरीर में ऐठन
शरीर के अंग का सुन्न हो जाना
सर्वाइकल के दर्द का होम्योपैथिक उपचार :-
Conium 30 की 5 बुँदे दिन में 3 बार, (5 बुँदे सवेरे, 5 बुँदे दिन में, 5 बुँदे शाम को )
Spondylitis की 5 गोली, दिन में 3 बार (5 गोली सवेरे, 5 गोली दिन में, 5 बुँदे शाम को )
Mag. Phos. 6x की 4 गोली , दिन में 3 बार (4 गोली सवेरे , 4 गोली दिन में, 4 गोली शाम को )
Theridon 30, चक्कर आने पर (4-4 गोली जल्दी-जल्दी लें)
सर्वाइकल के दर्द होने पर बताई गयी होम्योपैथिक दवाओं का सेवन करें, साथ ही भारी सामान न उठाये, बैठने चलने और सोने का सही तरीका अपनाये।
ध्यान दे – दवाओं का सेवन बताई गयी विधि और मात्रा में ही करें, आप किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त हैं तो दवाओं का उपयोग करने से पूर्व अपने निकटतम विश्वसनीय होमोपथिक विशेषज्ञ से जरुर परामर्श कर लें।