क्या आपकी सांस फूलती है?
सांस फूलने की बीमारी अक्सर लोगों में देखने को मिलती है। जो काफी आम है। मरीज परेशान रहता है एवं भयभीत रहता है कि कहीं जान चली जाए। कई बार तो काफीी जांच बावजूद पता नहीं चलता कि आखिर सांस क्यों फूल रही है। मरीज एक डॉक्टर से दूसरे डॉक्टर भटकता रहता है, इलाज नहीं हो पाता। सांस फूलना या सांस ठीक से लेने का अहसास होना, संक्रमण, सूजन, एलर्जी, चोट मेटावोलिक परिस्थितियां एवं अन्य कई कारणों की वजह से हो सकता है।
आइये जानते है इसके कारण-
फेफड़े का इन्फैक्शन।
निमोनिया व टीबी बीमारी।
श्वास नली व शाखाओं में सूजन ।
छाती में ट्यूमर का दबाव ।
किसी दुर्घटना में छाती की चोट ।
खून या मवाद जमा होना।
सांस फूलने के लक्षण-
खांसी का होना।
सांस की गति तेज होना।
धडक़न तेज होना।
थकावट
ब्लड प्रेशर कम होना।
बुखार आना।
सांस में दिक्कत आना।
छाती दर्द होना।
उपचार-
इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए नियमित सुबह की सैर व व्यायाम करना चाहिए। मोटापे को नियंत्रित किया जाए तो सांस फूलने की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। आप होम्योपैथिक विधि से इसका बेहतर उपचार कर सकते है। ऊपर दिये गये वीडियो पर क्लीक कर पूरी जानकारी ले सकते है।