भूलने की आदत
भूलने की आदत ज्यादातर लोगों को परेशान करती है। कोई नाम भूल जाता है तो किसी के दिमाग से अहम दिन व तारीखें फिसल जाती हैं। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदंगी में लोगों को कई तरह के रोग लग जाते हैं। इसमें से एक आम सा रोग हो गया है भूलना। लोगों को भूलने की आदत या बीमारी होने लगी है। पहले लोगों को इस समस्या का सामना उम्र बढऩे के बाद करना पड़ता था लेकिन आजकल कम उम्र के बच्चों को भी ये समस्या हो रही है। कुछ लोग पहले छोटी-छोटी चीजें भूलने लगते हैं लेकिन इस पर ध्यान नहीं देते और बाद में ये बढ़ कर अल्जाइमर या डिमेंशिया बीमारी का रूप ले लेती है। लेकिन इस समस्या के पनपने के पीछे क्या कारण है ये जानना भी जरूरी है। आइये जानते है कैसे उनसे निपटा जा सकंे।
सामान्य तौर पर इसके लक्षण-
याददाश्त कमजोर होना।
बातों को दोहराना।
निर्णय न ले पाना।
काम करने में दिक्कत होना।
स्वभाव में बदलाव।
बोलने में दिक्कत।
गाड़ी चलाने में परेशानी बदलने।
शौच जाने।
नहाने और खाने में भी दिक्कत।
आइये जानते है इसके कारण-
नंबर जोडऩे में दिक्कत होना।
बिना कारण चिल्लाना-गुस्सा करना।
लोगों पर शक करना।
गुमशुम रहना।
कुछ काम आरंभ करना और फिर उसे भूल जाना
दिन-तारीख भूल जाना।
रोज के कामों को करने में मुश्किल होना।
हाल ही में हुई घटनाएं भूल जाना।
किसी चीज को देखकर समझ न पाना ।
कपड़े गलत पहन लेना।
होम्योपैथिक उपचार-
अगर आप भूलने की बीमारी से परेशान है तो आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है। आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर इस बीमारी से छुटकारा पा सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखे।