सिर में दर्द से है परेशान

अक्सर लोगों को सिर दर्द की शिकायत रहती है। सिरदर्द मुख्य रूप से तनाव, अत्यधिक शारीरिक और मानसिक परिश्रम, अपर्याप्त नींद और भूख, शोरगुल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के अधिक प्रयोग के कारण हो सकता हैं। सिरदर्द कई प्रकार का होता हैं और उनमें से प्रत्येक के अपने विशिष्ट कारण, लक्षण और उपचार के विकल्प होते हैं। भिन्न सिरदर्दों का संबंध उनकी विशिष्ट लोकेशन के साथ भी होता हैं। अत्धिक तनाव सिरदर्द जैसी अत्यंत आम प्रकार के सिर दर्द पूरे सिर को प्रभावित कर सकते हैं हैं जबकि अन्य गुच्छा अथवा साइनस सिरदर्द जैसे सिरदर्द एक विशिष्ट क्षेत्र को ही प्रभावित करते हैं। अगर आप भी सिरदर्द से परेशान रहते है तो होम्योपैथिक विधि से इसका बेहतर उपचार कर सकते है।

आइये जानते है सिरदर्द के कारण-

तनाव से सिरदर्द होता है।
अगर आपके मन व शरीर में थकावट हो तो सिरदर्द होता है।
असंतुलित शारीरिक तंत्र सिरदर्द होता है।
सिर में अल्प रक्त प्रवाह के चलते सिरदर्द होता है।
नींद पूरी न होने पर सिरदर्द होता है।
अत्यधिक शोर के चलते सिरदर्द होता है।
ज़रूरत से ज़्यादा सोचने से सिरदर्द हो सकता है।

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ये है सिरदर्द के लक्षण-

सिर के एक ओर टीस मारने वाला दर्द इसका लक्षण है।
आपके सिर पर सामान्य से अत्यधिक दर्द का होना
धुंधली दृष्टि, टिमटमाती रोशनियां दिखना सिरदर्द का कारण।
रोशनी, सुगंधों अथवा ऊंचे शोर के प्रति संवेदनशीलता में बढ़ोतरी
चक्कर आना सिर दर्द का बड़ा कारण है।
जी मिचलाना अथवा उल्टी आना सिरदर्द के कारण है।

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होम्योपैथिक उपचार-

सिर दर्द को ठीक करने के लिए आप पर्याप्त मात्रा में पानी पियें। इसके अलावा योग और ध्यान करने के अभ्यास के बाद भी कभी-कभी हमें सिरदर्द हो सकता है। सिरदर्द से मुक्ति के लिए आप होम्योपैथिक विधि से अपना उपचार बड़ी आसानी से कर सकते है। इसके लिए आपको चिकित्सक से सलाह लेकर दवाइयों का सेवन करना होगा। जिसके बाद आपकों सिर दर्द से छुटकारा मिल सकता है। पूरी जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर सिरदर्द से छुटकारा पा सकते है।