गला बैठने की समस्या

सर्दी जुखाम बुखार से कई कारण होते है। गला बैठ जाना एक समस्या है। आवाज बैठने से लोगों को बड़ी परेशानी होती है। आवाज बैठने से गले से शब्द नहीं निकल पाते। जब तक आप तेज आवाज में बात नहीं करते या चिल्लाते नहीं है। ऐसा लगता है गला बैठा है। अगर आप भी गला बैठने की समस्या से परेशान है तो आप उसका होम्योपैथिक उपचार करा सकते है।

गला बैठने के कारण

सिस्ट
एलर्जी
सांस की नली में जलन
थायरॉयड समस्याएं
धूम्रपान

आइये जानते है इसके लक्षण

बलगम में खून
नाक बंद
खंासी से नींद न आना
घरघराहट
बोलने में परेशानी
गले और गर्दन में दर्द

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी गला बैठने की समस्या सामना कर रहे है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कगला बैठने की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

लकवे की समस्या

लकवे की बीमारी से कई लोग परेशान रहते है। किसी के पूरे शरीर लकवा का शिकार हो जाता है तो उसका आधा शरीर बीमारी की चपेट में आ जाता है। लकवा एक वायु रोग है। जिसके प्रभाव से संबंधित अंग की शारीरिक प्रक्रियाएं, बोलने और महसूस करने की क्षमता खत्म हो जाती है। लकवा आने के दो से तीन दिन में पेशेंट में सुधार शुरू हो जाता है छह महीने में रिकवरी आना शुरू होता है। आज हम आपको बतायेंगे लकवा के कारण और लक्षण

आइये जानते है इसके लक्षण

भ्रम होना
सिर में दर्द
सांस लेने में दिक्कत
व्यवहार में बदलाव
उल्टी के साथ मतली आना

लकवा के कारण
स्ट्रोक
ट्रामा
पोलियो
बोटूलिस्म

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी लकवे की समस्या सामना कर रहे है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर लकवे की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

बालों में रूसी की समस्या

बालों में रूसी एक सामान्य क्रोनिक स्कैल्प की स्थिति है, जिसमें सिर पर डेड स्किन सेल की परत बन जाती है। सिर में ड्राई नेस और इचिंग होती है। यह कभी-कभी झडक़र आपके कपड़े और कंधे पर भी गिर सकते हैं। बालो में रुसी होने पर परेशान न हों। बदलते मौसम में बालों के गिरना और सिर में डैंड्रफ होना एक आम बात हो गई है नए जमाने की जीवनशैली में 80 फीसदी लोगों के सिर में रूसी की समस्या देखी जाती है। खासकर सर्दियों में स्कल्प रूखा होने की वजह से डेंड्रफ जल्दी होता है। आज हम आपको बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से रूसी की समस्या सके निजात पा सकते है।

रूसी के कारण-

बरसात का मौसम
सर्दियों में गर्म पानी का इस्तेमाल
हार्ड शैंपू का ज्यादा प्रयोग
ऑयली बाल
थायराइड की समस्या

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी रूसी की समस्या सामना कर रहे है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर रूसी की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

गठिया रोग

सर्दी के मौसम में कई रोगियों के घुटने का दर्द, अकडऩ और असहजता बढ़ जाती है क्योंकि वातावरणीय दबाव के कारण रक्तसंचार में बाधा होती है। इसे अक्सर आयु सम्बंधी नुकसान या मौसमी बदलाव समझा जाता है, लेकिन यह गठिया के लक्षण हो सकते हैं। इस बीमारी में जोड़ों में दर्द होता है और जोड़ों को घुमाने, मोडऩे, हिलाने और हरकत करने में परेशानी होती है।100 से भी अधिक किस्म के अर्थराइटिस होते हैं। अर्थराइटिस से व्यक्ति की रोज़मर्रा की जीवनशैली बुरी तरह प्रभावित होती है। यह जीवन भर सताने वाली बीमारी होती है। बीमारी अधिक बढऩे पर मरीज के जोड़ों में असहनीय पीड़ा होती है । आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है।

गठिया रोग के लक्षण

जोड़ों में दर्द
सूजन
रंग बदलना
हाथ-पैरों के जोड़ों में दर्द

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी गठिया रोग की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर गठिया रोग की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

त्वचा रोग

अक्सर लोगों को धब्बे आपकी कोहनी, घुटने, खोपड़ी और पीठ के निचले हिस्से पर दिखाई देते हैं, लेकिन आपके शरीर पर कहीं भी दिखाई पड़ सकते हैं। अधिकतर लोग केवल छोटे धब्बों से प्रभावित होते हैं। कुछ मामलों में, धब्बों की वजह से खुजली या सूजन आ सकती है।त्वचा रोग से सर्दियों में लोग परेशान रहते है। ऐसे में लोग कई दवाओं को इस्तेमाल करते है। त्वचा रोग की गंभीरता एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न होती है। कुछ लोगों को इससे सिर्फ थोड़ी जलन महसूस होती है, लेकिन कइयों के लिए यह उनके जीवन की गुणवत्ता पर एक बड़ा प्रभाव डाल सकती है। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से त्वचा रोग का उपचार कर सकते है।

क्या है इसके कारण-

त्वचा रोग तब होता है जब त्वचा की कोशिकायें सामान्य से अधिक जल्दी बदलने लगती हैं। त्वचा के स्तर की सबसे गहरी परत में नई कोशिकाओं का निर्माण करता है। ये त्वचा कोशिकाएँ धीरे-धीरे त्वचा की परतों को पार कर के ऊपर आकर बाहरी स्तर तक पहुंचती हैं। फि र सूखकर पपड़ी के रुप में निकल जाती हैं। त्वचा की सतह पर लाल, परतदार, खुरदरा धब्बा का तेजी से निर्माण करने लगती हैं। ऐसे में त्वचा रोग उत्पन्न होता है।

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी त्वचा रोग की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर त्वचा रोग की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

उबासी आना

नींद आने से पहले या फिर सोकर उठने से पहले खूब उबासी आती है। उस दौरान भी उबासी सी महसूस होती है, जब आपके सामने कोई जम्हाई लेता है। आज हम आपकों बतायेंगे आखिर उबासी क्यों आती है। चिकित्सकों का कहना है कि इसके कई शारीरिक और मानसिक कारण होते हैं। कई बार शरीर में ऑक्सीजन की कमी के कारण भी उबासी आती है। अधिकतर थकान, उनींदापन, अरुचि के कारण भी जम्हाई या उबासी आने लगती है। यदि आप वाकई में बार-बार उबासी आने की समस्या से परेशान हैं तो वह होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकता है।

उबासी के कारण

थकान
नींद की समस्यां
बेचैनी
डिप्रेशन
दवाइयों का सेवन
आंतरिक रक्तस्राव
नसें

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी बार-बार उबासी आने की समस्या परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर उबासी आने की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

बेवजह परेशानी या तनाव

जब यह छोटे स्तर पर होता है तो यह दबाव में बेहतर प्रदर्शन करने में आपकी मदद करता है, लेकिन यह काफी ज्यादा हो जाए तो आप उसे मैनेज नहीं कर पाएंगे और तब आपका जीवन और कामकाज प्रभावित होगा। ऑफिस या घर जीवन के हर क्षेत्र में आपका काम प्रभावित होगा और आपके संबंध भी प्रभावित होंगे। तनाव आज के समय में हर किसी की जिन्दगी में अपनी पैठ बना चुका है। चाहे बच्चे हों या बड़े, हर व्यक्ति किसी ना किसी तरह की चिंता से हमेशा ही घिरा रहता है। कुछ हद तक तनाव होना स्वाभाविक भी है। लेकिन जब यही तनाव बढऩे लगता है तो इससे व्यक्ति को एंग्जाइटी, अवसाद व अन्य कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अगर आप भी तनाव में जी रहे है तो आप होम्योपैथिक विधि से इसका बेहतर उपचार कर सकते है।

तनाव के कारण-

नींद की कमी
बदलती दिनचर्चा
आर्थिक परेशानी
सिरदर्द की समस्या
मांसपेशियों में कमजोरी
पेट की समस्या
वातावरण

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी तनाव की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर तनाव की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

स्तन में फोड़ा

अक्सर स्तन के फोड़े स्तन की सूजन से जुड़े होते हैं, एक परिस्थिति जो स्तन में दर्द और सूजन उत्पन्न करती है और समान्यत: स्तनपान, करवाने वाली महिलाओं को पीडि़त करती है। स्तनपान के दौरान, संक्रमण उत्पन्न हो सकता है अथवा यदि दूध वाहिनी जो दूध ले जाती है, बंद हो जाये। इस कारण स्तन में सूजन हो सकती है जो यदि उपचार न किया जाये, फोड़ा बना सकती है। स्तनपान न करवाने वाली महिलाओं के स्तन में भी सूजन हो सकती है। ऐसा मुमकिन है जब जीवाणु किसी सूजे अथवा क्रैक निप्पल के माध्यम से दूध वाहिनीयों अथवा किसी निप्पल के छेद में प्रवेश करते हैं।

आइये जानते है इसके कारण

तंग ब्रा पहनना
तनाव
थकावट
स्तनपान
वजन ज्यादा होना
धूम्रपान

स्तन में फोड़े के लक्षण

स्तनों में सूजन
खुजली
बे्रस्ट में दर्द
स्तन मेंं गांठ
निप्पल की कोमलता

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी स्तन में फोड़ों की समस्या से परेशान है तो आप तुंरत डॉक्टर को दिखाये। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर ऐसे समस्याओं से छुटकारा पा सकते है। और होम्योपैथिक दवाइयों का उपयोग करें तो इन बीमारियों से बच सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के विशेषज्ञ डॉ. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

अभूख हो जाना

कई बार बच्चे अपनी पसंद का खाना होने पर भी खाने से मना कर देते हैं या हरी सब्जियों को देखकर मुंह बना लेते हैं। वही कुछ बच्चे तो रोज बस थोड़ा-सा ही खाना खाते हैं। अगर आपका बच्चा भी ऐसा करता है तो ये भूख कम लगने का संकेत हो सकता है। भूख न लगे तो हमारा ध्यान सबसे पहले पेट पर ही जाता है। जो एक दो दिन कभी भूख न लगे तो यह पाचन तंत्र की ऊंच नीच से भी हो सकता है। लेकिन यह भी सच है कि यदि पेट के कारण ही भूख गड़बड़ हो रही है तब भी चिकित्सक को कारण की तलाश तो करनी होगी और यदि भूख खत्म हुए लंबा समय हुआ है या यह एकदम ही खत्म है तो यह कोई सामान्य बात नहीं। आप होम्योपैथिक विधि से भूख न लगने की समस्या का उपचार कर सकते है।

भूख न लगने के कारण-

बुखार
गले में खरास
पेट दर्द
खराब सेहत

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी भूख न लगने की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर भूख न लगने की समस्या से छुटकारा पा सकते है। और होम्योपैथिक दवाइयों का उपयोग करें तो इन बीमारियों से बच सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के विशेषज्ञ डॉ. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

गले की समस्या

जलन, खिचखिच जैसी समस्याओं से गले में दर्द होने लगता है, जो कुछ खाने और निगलने के दौरान बदतर हो जाती हैं। गले में दर्द का सबसे आम कारण वायरल संक्रमण होता है, जैसे सर्दी जुकाम या फ्लू। किसी वायरस से होने वाला गले में दर्द, अपने आप होम्योपैथिक विधि से उसे ठीक कर सकते हो। लेकिन गले में दर्द होने पर आपको इन जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए।

गले में दर्द के कारण बुखार


मसल्स पेन
सिर दर्द
आंखों से पानी

गले में दर्द का लक्षण-

खुजली व खराश जैसी सनसनी
निगलने व बोलते में दर्द
गला सूखना
गर्दन और जबड़े की ग्रंथियों में सूजन व दर्द
टॉन्सिल में सूजन
कर्कश या धीमी आवाज

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी गले के दर्द से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर गले के दर्द से छुटकारा पा सकते है। और होम्योपैथिक दवाइयों का उपयोग करें तो इन बीमारियों से बच सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के विशेषज्ञ डॉ. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।