बुखार के साथ कही ये लक्षण तो नहीं?
सर्दियों के मौसम में बुखार के साथ सर्दी, खांसी जुकाम होना आम बात है। बुखार आने ने कई कारण है। बुखार का उपचार और बुखार में सावधानियों के अलावा बच्चों और बड़ों के बुखार में ध्यान रखने वाली जरूरी हैं। बुखार में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, पीलिया और टायफायड शामिल हैं। इन सभी के लक्षण मिलते-जुलते रहते हैं। मॉनसून के बुखार में एस्प्रिन लेना नुकसानदायक हो सकता है, क्योंकि कई किस्म के बुखार में प्लेटलेट्स की संख्या घटने लगती है। आइये जानते है बुखार के कारण, लक्षण और होम्योपैथिक विधि से उसका उपाय-
सबसे पहले बुखार के कारण-
सर्दी, खांसी और जुकाम
बारिश में भीगते पर
मलेरियाए डेंगू और चिकनगुनिया के मच्छर के काटने से।
दूषित पानी या भोजन का सेवन करने पर
बुखार के लक्षण-
शरीर का तापमान 103 डिग्री सेल्यिस या इससे ज्यादा होना।
लगातार सिरदर्द रहना
ठंड लगना
कंपकंपी आना
हाथ पैरों में दर्द होना
शारीरिक कमजोरी महसूस करना
मांसपेशियों में खिंचाव या ऐठन महसूस करना
उपचार-
अगर आप बुखार से पीडि़त है तो आप होम्योपैथिक विधि से अपना उपचार कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की सलाह पर अपना उपचार करें। इससे आपको बुखार से तुंरत छुटकारा मिल जायेगा।