नार्मल डिलीवरी के होम्योपैथिक दवा
डिलिवरी की डेट जैसे-जैसे नजदीक आने लगती है तो दिन काटना मुश्किल हो जाता है। ऐसा लगता है कि बस अब किसी तरह बच्चा जल्द से जल्द बाहर आ जाए। यह समय एक तरफ जहां बच्चे को देखने की खुशियों से भरा होता है, वहीं दूसरी तरफ आपके मन में लेबर पेन का डर भी होता है। इस दौरान प्रेग्नेंट महिला के साथ-साथ उसके घरवाले भी अलर्ट मोड में रहते हैं। पेट में दर्द हुआ नहीं कि किसी भी तरह का रिस्क लेने की बजाए तुरंत डॉक्टर के पास पहुंच जाते हैं। इनमें से ज्यादातर मौकों पर तो यह दर्द लेबर पेन से जुड़ा होता है ।
आइये जानते है लेबर पेन के लक्षण-
महिलाओं के शरीर करीब एक महीने पहले से रियल लेबर की तैयारियां करने लगता है। इस दौरान सर्विक्स यानी गर्भाशय का मुंह खुलना शुरू हो जाता है, बच्चा पेल्विसस की तरफ नीचे की ओर बढऩे लगता है, पेल्विस और रेक्टम पर प्रेशर बढऩे लगता है। एक अजीब सा सेंसेशन फीले होने लगता है, कॉन्ट्रैक्शन्स की मात्रा बढऩे लगती है। इस तरह के लक्षण शरीर में नियमित रूप से दिखने लगते हैं जिससे शरीर रियल लेबर को लेकर प्रिपेयर होने लगता है।
होम्योपैथिक विधि
अगर आप भी लेबर पेन से जुड़ी परेशानी को दूर करना चाहते है तो आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की सलाह पर अपना उपचार करा सकत है।