हाथ-पांव में सूजन आना

अक्सर सर्दी के मौसम में हाथ और पैर या पैरों की उंगलियों पर लाल निशान बनने या खुजली के साथ सूजन आने की समस्या आम बात है। डॉक्टर इस बीमारी को चिलब्लेन कहते हैं। कई बार ज्यादा खुजली के कारण हाथ पैरों में घाव भी हो सकते हैं। चिलब्लेन, ठंड में नंगे पैर घूमने या तापमान में अचानक बदलाव से होती है। ठंड के दिनों में बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत होती है। यह एक कनेक्टिव टिश्यूज डिजीज है। हालांकि, साधारण उपाय करके इससे बचा जा सकता है। आप होम्योपैथिक विधि से इसका बेहतर उपचार कर सकते है। दोस्तों हमारी वेबसाइट पर आपको हर बीमारी की समस्या का समाधान मिलता है। हमारी यही कोशिश रहती है कि आपकी समस्या का समाधान हो इसलिए हमने वेबसाइट के साथ-साथ यू-ट्यूब चैनल पर भी बीमारियों के समाधान की वीडियो बनाये है आप हमारे चैनल साहस होम्योपैथिक पर जाकर वीडियो देख सकते है।

आइये जानते है इसके कारण

एलर्जी की समस्या
पानी की मात्रा का बढऩा
किडनी संबंधी समस्य
सही भोजन न करना
हिमोग्लोबिन की कमी
बीमारी का संकेत
रक्त संचरण के ठीक न होना
मौसम का बदलना
चोट के चलते
बढ़ती उम्र

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी हाथ-पैरों में सूजन की समस्या का सामना कर रहे है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर हाथ-पैर की सूजन की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

आधे सिर में दर्द

मौसम बदलने के साथ ही कई बार मौसम बेहद ठंडा हो जाता है। ऐसे में माइग्रेन के पेशेंट को बहुत प्रॉब्लम होती है। यह समस्या महिलाओं को ज्यादा होती है, इसलिए इस मौसम में उन्हें सावधानी रखने की ज्यादा जरूरत होती है। इस मौसम में माइग्रेन के कारण होने वाली परेशानी से कैसे बचें। माइग्रेन सिरदर्द की बीमारी है। आमतौर पर यह दर्द आधे सिर में होता है। यह दर्द आता-जाता रहता है, लेकिन कई बार पूरे सिर में दर्द होता है। यह दर्द 2 घंटे से लेकर 72 घंटे तक बना रहा सकता है। कई बार दर्द शुरू होने से पहले मरीज को चेतावनी भरे संकेत भी मिलते हैं।आज हम आपको बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से आधे सिर के दर्द को दूर कर सकते है। दोस्तों हमारी वेबसाइट पर आपको हर बीमारी की समस्या का समाधान मिलता है। हमारी यही कोशिश रहती है कि आपकी समस्या का समाधान हो इसलिए हमने वेबसाइट के साथ-साथ यू-ट्यूब चैनल पर भी बीमारियों के समाधान की वीडियो बनाये है आप हमारे चैनल साहस होम्योपैथिक पर जाकर वीडियो देख सकते है।

आधे सिर में दर्द के कारण-

व्रत लेना
ऐल्कोहल का सेवन
अनियमित पीरियड्स
बर्थ कंट्रोल पिल्स
हॉर्मोनल में परिवर्तन
एलर्जी
टेंशन
तेज रोशनी
तेज सुगंध
तेज आवाज
धुआं
सोने का तय सही समय न होना

आइये जानते है इसके लक्षण-

जी मिचलाना
उलटी होना
लो बीपी
रोशनी और आवाज से परेशानी
चिड़चिड़ापन
रुक-रुककर चमकीली रोशनी
टेढ़ी-मेढ़ी रेखाएं
आंखों के सामने काले धब्बे
स्किन में चुभन
कमजोरी महसूस

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी आधे सिर के दर्द की समस्या का सामना कर रहे है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर आधे सिर दर्द की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

कैसा भी सिर दर्द हो

सिरदर्द, ये शब्द सुनते ही हम पिछली बार के सिरदर्द की यादों में चले जाते हैं। दर्द जो हल्का-हल्का शुरू होता है और धीर-.धीरे थोड़ा बढ़ जाता है और कभी-कभी असहनीय भी हो जाता है। तनाव खुदको एक दर्द के रूप में पेश करता है। दर्द आपको धीरे-धीरे पकड़ता है और समय के साथ बढ़ता है। ऐसा लगता है कि आपके सिर पर बहुत दबाव है, जैसे कोई आपके सिर को निचोड़ रहा है। दर्द लगातार हो सकता है और सिर के दोनों तरफ एक तंग बैंड की तरह प्रभावित कर सकता है। यहां तक ​​कि आपकी गर्दन की मांसपेशियों को भी दर्द महसूस हो सकता है। दर्द आपके पूरे सिर पर या सिर्फ एक तरफ या अपने सिर के पीछे वाले भाग में हो सकता है।आपकी गर्दन में भी दर्द का प्रभाव हो सकता है। आप होम्योपैथिक विधि से सिर दर्द का बेहतर उपचार कर सकते है।

आइये जानते है सिर दर्द के कारण-

तनाव और चिंता
खराब मुद्रा
कंप्यूटर पर लगातार काम करने से
मांसपेशियों में दर्द
शोरगुल
फोन पर देर तक बात करना
ज्यादा सोचना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी सिर दर्द की समस्या का सामना कर रहे है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर सिर दर्द की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

गर्भावस्था के दौरान रक्तस्राव

योनि से होने वाले हल्के रक्तस्त्राव को खून के धब्बे आना कहा जाता है। यह माहवारी के एकदम शुरुआत या अंत में आने वाले खून के धब्बों की तरह ही होती है लेकिन इसका प्रवाह काफी कम होता है। खून का रंग लाल से लेकर भूरा हो सकता है और आमतौर पर कुछेक धब्बे ही होते हैं। गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में रक्तस्त्राव होना सामान्य है और इससे आपके शिशु को नुकसान पहुंचने की संभावना नहीं होती। हालांकि यह सामान्य है और अक्सर चिंता की कोई बात नहीं होती, मगर फिर भी आपको इस बारे में तुरंत अपनी डॉक्टर को बताना चाहिए। क्योंकि कुछ मामलों में यह रक्तस्त्राव किसी समस्या का संकेत भी हो सकता है।

आइये जानते है इसके कारण-

प्रत्यारोपण
ब्रेकथ्रू ब्लीडिंग
योनि या ग्रीवा
सर्वाइकल
गर्भपात
समय से पहले डिलीवरी
रक्त वाहिकाओं का फटना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी गर्भावस्था के दौरान रक्तस्राव की समस्या का सामना कर रहे है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क करगर्भावस्था के दौरान रक्तस्राव की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

गर्भावस्था में कब्ज

गर्भावस्था में कब्ज होना एक आम समस्या है और यह पहली तिमाही से ही शुरु हो सकती है। ऐसे कई महिलाएं है जो गर्भावस्था में कब्ज से परेशान रहती है लेकिन कब्ज अधिक होने पर कई परेशानियां हो सकती हैं। इससे महिला के लिए गर्भावस्था कष्टदायक साबित हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान कब्ज किसी को भी हो सकती है। 11.33 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को इसका सामना करना पड़ता है । यह तब तक चिंता का कारण नहीं है, जब तक कि यह गंभीर न हो जाए। गर्भवती महिला को कब्ज जैसी समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। आज हम आपको बतायेंगे कैसे आप गर्भावस्था में कब्ज की समस्या को दूर कर सकते है।

गर्भावस्था में कब्ज कारण-

पानी की कमी
दवाइयां
मेडिकल कंडीशन
प्रेग्नेंसी हॉर्मोन प्रोजेस्टीरोन
आहार में बदलाव
गर्भ का दबाव

आइये जाने है इसके लक्षण-

मल का कठोर होना
मलाशय में जख्म होना
मल का बहुत कम आना
भूख में कमी
पेट फूलना और दर्द होना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी गर्भावस्था में कब्ज की समस्या का सामना कर रहे है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर गर्भावस्था में कब्ज की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

स्तनों से दूध का न आना

कभी-कभी बच्चे के जन्म के बाद स्त्री के स्तनों से दूध नहीं आता है। ऐसे में अक्सर बच्चा भूखा रह जाता है। बच्चे के भूखे रहने से वह बार-बार रोता है।
दूध की मात्रा के साथ-साथ इस बात कि चिंता रहती है कि बढ़ती जरुरतों की पूर्ति के लिए शिशु को पर्याप्त दूध मिल पा रहा है या नहीं। ऐसे में शिशु का वजन बढऩा और अपनी उम्र के अनुसार उसका सही विकास, इस बात का संकेत है कि आप पर्याप्त दूध का उत्पादन कर रही हैं। कई मामलो में दिनों में नवजात का वजन घटना सामान्य है, लेकिन जन्म के तीन से पांच दिन बाद फिर से उसका वजन बढऩे लगता है। जब शिशु 14 दिन का हो जाता है, तो उसका वजन फिर से उतना ही हो जाता है, जितना कि जन्म के समय था। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे स्त्रियों के स्तनों में आप होम्योपैथिक विधि से दूध बढ़ा सकते है। जिससे बच्चे को कोई परेशानी न हो।

जानते है इसके लक्षण-

बच्चे का चिड़चिड़ाते हुए दूध पीना।
स्तनपान की अवधि कम हो जाना।
बार-बार स्तनपान करना।
स्तनों से दूध न बहना।
बिलकुल ही दूध न आना ।

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी स्तनों में दूध की कमी का सामना कर रहे है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर स्तनों मेें दूध की कमी की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

रूसी का होम्योपैथिक उपचार

बालों में रूसी एक सामान्य क्रोनिक स्कैल्प की स्थिति है, जिसमें सिर पर डेड स्किन सेल की परत बन जाती है। सिर में ड्राई नेस और इचिंग होती है। यह कभी-कभी झडक़र आपके कपड़े और कंधे पर भी गिर सकते हैं। बालो में रुसी होने पर परेशान न हों। बदलते मौसम में बालों के गिरना और सिर में डैंड्रफ होना एक आम बात हो गई है नए जमाने की जीवनशैली में 80 फीसदी लोगों के सिर में रूसी की समस्या देखी जाती है। खासकर सर्दियों में स्कल्प रूखा होने की वजह से डेंड्रफ जल्दी होता है। वैसे तो डैंड्रफ को किसी औपचारिक परिचय की आवश्यकता नहीं है, लेकिन इसे स्कैल्प की डेड स्किन सेल्स को बहा देने के रूप में जाना जाता है जिसमें स्किन सेल्स मर जाते हैं।ज्यादातर लोगों के लिए यह एक निरंतर समस्या है। आज हम आपको बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से रूसी की समस्या सके निजात पा सकते है।

रूसी के कारण-

ऑयली बाल
थायराइड की समस्या
बरसात का मौसम
सर्दियों में गर्म पानी का इस्तेमाल
हार्ड शैंपू का ज्यादा प्रयोग

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी रूसी की समस्या सामना कर रहे है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर रूसी की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

घमौरियों का होम्योपैथिक उपचार

गर्मी का मौसम आते ही घमौरियां अपने तेवर दिखाना शुरू कर देती हैं। गर्मी में घमोरियों की समस्या शुरू हो जाती है। घमोरियों से अक्सर लोग परेशान होने लगते हैं। कुछ लोग घमोरियां मिटाने के नुस्खे भी अपनाने लगते हैं लेकिन वो असरदार नहीं होते। घमोरी छोट-.छोटे लाल दाने के आकार में होती हैं, जिनमें खुजली और जलन होती रहती है। यह पीठ, छाती, बगल व कमर के आसपास ज्यादा होती हैं। घमोरी किसी भी उम्र में हो सकती है। आप अगर घमौरियों से परेशान है तो होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है।

आइये जानते है घमौरियों के लक्षण-

कपड़ों से भी चुभन
शरीर में लगातार खुजली
छोटे-छोटे लाल रंग के दाने आना
शरीर पर जलन होना
शरीर से पसीना निकलना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी घमौरियों की समस्या सामना कर रहे है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर घमौरियों की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

टॉलेट में खून आना

मल में खून आना बहुत ही आम बीमारी है और यह किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है। अगर ज्यादा खून नजर आ रहा हो तो यह मरीज के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है। अगर कम खून आ रहा हो तो लोग अक्सर उसे नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन, एक बात याद रखने की है कि किसी भी हालत में इसकी अनदेखी नहीं करनी चाहिए। मल में खून आना आमतौर पर बवासीर की वजह से होता है। वही ज्यादातर मामलों में यह दर्द रहित होता है और खून का रंग चमकीला लाल होता है। यह मरीज के लिए बहुत खतरनाक होता है। फिशर की वजह से भी ऐसा हो सकता है। इसमें शौच करते समय बहुत अधिक दर्द का अहसास होता है। आज हम आपको बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है।

आइये जानते है इसके लक्षण-

अचानक से पेशाब आना
पेशाब करने में परेशानी
पीठ या कमर में तरफ दर्द
पेट के निचले हिस्से में दर्द

ये है कारण-

बढ़ी हुई पौरुष ग्रंथि
मूत्राशय में कैंसर
गुर्दे का कैंसर
मूत्राशय में संक्रमण
गुर्दे में संक्रमण
गुर्दे में पथरी
यूरेथ्राइटिस

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी टॉलेट में खून आने की समस्या सामना कर रहे है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर टॉलेट में खून आने से छुटकारा पा सकते है। आप ऊपर दिये गये वीडियो को ध्यान से देखकर अपना उपचार कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

बदलते मौसम में सर्दी-जुखाम

अक्सर जब मौसम बदलता है तो लोगों को सदी, खांसी, बुखार, गले में खराश, उल्टी जैसी समस्या होती है। भले ही आप दिन में पँखे या एसी के नीचे रहते हों और आपको गर्मी लगती हो लेकिन शाम होते ही ठंड बढऩे लगी है। ऐसे में आपको अपनी सेहत के प्रति ज्यादा सचेत रहने की जरूरत है क्योंकि बदलते मौसम में जरा सी लापरवाही से आप बीमार पड़ सकते हैं। मौसम में बदलाव के कारण हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है जिससे इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में सर्दी-जुकाम, खांसी, गले में खराश और बुखार जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। बीमारियां कब बढ़ जाती हैं और सेहत के लिए हानिकारक हो जाती है पता ही नहीं चलता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कैसे आप होम्योपैथिक विधि से इस बदलते मौसम में बीमार होने से बच सकते हैं।

सर्दी के लक्षण-

बार-बार नाक का बंद हो जाना
सिर दर्द होना
सर्दी होने पर गले में खराश
नाक बहने की समस्या
हल्का बुखार होना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी सर्दी-जुखाम की समस्या सामना कर रहे है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर सर्दी-जुखाम से छुटकारा पा सकते है। आप ऊपर दिये गये वीडियो को ध्यान से देखकर अपना उपचार कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।