Deficiency of Vitamin -D, Homeopathic Treatment
शरीर के लिए विभिन्न विटामिनों की जरूरत पड़ती है इनमें से एक है विटामिन डी। विटामिन D वसा घुलनशील प्रो -हार्मोन का एक समूह होता है। त्वचा जब धूप के संपर्क में आती है तो शरीर में विटामिन डी के निर्माण की प्रक्रिया शुरू होती है या यह कह लजिए कि धूप विटामिन डी का एक बहुत अच्छा स्रोत है। इसके अलावा यह मछलियों में भी पाया जाता है। विटामिन डी की मदद से हड्डियों को मजबूती बनती है, इसके अभाव में हड्डी कमजोर होती है वह टूट भी सकती है। छोटे बच्चों में अगर यह स्थिति होती है तो इसे रिकेट्स कहते हैं, अथवा बड़े लोगों में इस स्थिति को ऑस्टियोपोरोसिस कहते हैं । इससे से शरीर में होने वाले दर्द में भी आराम मिलता है तथा विटामिन डी कैंसर क्षय रोग जैसे रोगों से भी बचाता है ।
यह जानकर आपको आश्चर्य होगा कि आजकल बहुत सारे लोग शरीर में विटामिन डी की कमी से ग्रस्त है ।
लक्षण: ज्यादा थकान लगना, डिप्रेशन की समस्या रहना, मांसपेशियों में खिंचाव होना, जोड़ों में दर्द, हड्डी का दर्द होना, कमर दर्द व पीठ में दर्द होना, विटामिन डी की कमी से महिलाओं में बाल झड़ने की समस्या भी हो सकती है।
दवाइयां: विटामिन डी की कमी को दूर करने के लिए आप होमियोपैथी की एसबीएल कंपनी का Homeocal की दो गोली सुबह दोपहर शाम को ले इसके साथ आप Baksonकंपनी की vitamin-D plus की एक गोली दिन में एक बार ले। आपको फायदा होगा।