क्या आप गठिया रोग की परेशानी से जूझ रहे हैं?
बुजुर्गो में गठिया रोग एक आम बीमारी है। यह बीमारी दिनों दिन बढ़ती जा रही है। शरीर के जोड़, घुटने, कूल्हे, कंधे या फिर पूरे शरीर में बिना किसी वजह से दर्द और सूजन हो तो सतर्क हो जाएं। गठिया बहुत सामान्य समस्या है जो आपके सामने कई रूपों में आ सकती है। कभी-कभी तकलीफ हो जाती है। गठिया के पीछे सबसे बड़ी वजह है, शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ जाना। आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है। इसके लिए आपको किसी अच्छे चिकित्सक से सलाह लेनी की जरूरत है।
गठिया के लक्षण-
आपके पीठ, जोड़ों या मांसपेशियों में दर्द।
मांसपेशियों की कठोरता, सूजन और कोमलता।
थकान महसूस।
त्वचा पर रेश या लाली का आना।
उंगली जोड़ों पर सूजन आना।
त्वचा पर शारीरिक विकृति, पिन और सुइयों की सनसनी है।
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गठिया से बचने के उपाय-
जोड़ों में जरा सा भी दर्द, शरीर में हल्की अकडऩ है तो भी सबसे पहले डॉक्टर को दिखाएं।
दिनचर्या नियमित रखें।
डॉक्टर की सलाह पर नियमित व्यायाम करें।
नियमित मालिश करें।
सीढयि़ां चढ़ते समय, घूमने-फिरने जाते समय छड़ी का प्रयोग करें।
घुटने के दर्द में पालथी मारकर न बैठें।
रूथेटोइड गठिया वाले लोगों में एरिथ्रोसाइट-अवसादन दर या सी प्रतिक्रियाशील प्रोटीन अधिक है। यह शरीर में सूजन की उपस्थिति की ओर इशारा कर सकता है। इसके उपचार के लिए चिकित्सकों से सुझाव ले। चिकित्सक जोड़ों पर दबाव को कम करने के लिए दैनिक कार्यों को करने के तरीकों का सुझाव दे सकते हैं। आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है। अगर आपको होम्योपैथिक से उपचार में किसी तरह की परेशानी हो तो आप होम्योपैथिक चिकित्सा के विशेषज्ञ डॉ. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर अपनी समस्या का समाधान कर सकते है।