गले में दर्द, खरास और चुभन की समस्या
अगर आपके गले में दर्द, खरास और चुभन की समस्या है तो आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार करा सकते है। मौसम के बदलाव के चलते प्रदूषण की मात्रा बढ़ती है ऐसे में गले में दर्द, खरास और चुभन की समस्या लोगों में देखने को मिलती है। लेकिन कई बार यह बैक्टीरिया और वायरस की देन भी होती है। गले का दर्द बहुत ही बीमारियों का लक्षण भी हो सकता है। जब किसी व्यक्ति को बुखार, सर्दी-जुकाम, कान दर्द, गले या मुंह के कैन्सर जैसी गंभीर बीमारी होती है तो उसे भी गले का दर्द होता है। ऐसे में लोगों को गर्म पानी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए। इस समस्या से निजात पाने के लिए होम्योपैथिक विधि से उपचार कर सकते है।
गले में दर्द के कारण-
खसरा की समस्या
सामान्य जुकाम का होना।
स्ट्रेप गला
डिपथेरिया
काली खांसी या बूथिंग कफ.
चिकन पॉक्स वेरिसेला
आइये जानते है इनके लक्षण–
गले में खुजली व खरास होना।
निगलने व बोलते समय दर्द महसूस करना।
दर्द के कारण बुखार भी रहता है।
बार-बार छींकना।
खांसी का होना।
आवाज में कर्कशता आना।
आवाज धीमी होना।
सांस लेने में तकलीफ होना।
खाद्य पदार्थों को निगलने में कठिनाई होना।
गले का सूखना।
गर्दन की ग्रन्थियों में सूजन आना।
टॉन्सिल में सूजन होना।
कान के निचले भाग में भी दर्द रहता है।
आप गले में दर्द का उपचार होम्योपैथिक विधि से कर सकते है। इसके लिए आपको चिकित्सक से सलाह लेने के बाद होम्योपैथिक दवाओं का इस्तेमाल करना होगा जिसके बाद आपको इस बीमारी से छुटकारा मिल सकता है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये वीडियो में क्लीक कर पूरी जानकारी ले सकते है।