Tag Archive for: Homeoapthic treatment

Weaknes, loss of Appetite

Weakness, Loss of Appetite, Low immunity power

lipoma treatment by homeopathy

Lipoma treatment by Homeopathy,

त्वचा के भीतर हुए फोड़े की तरह दिखने वाला या सामान्य, सी उभरी हुयी गाँठ को ही लिपोमा कहा जाता हैं , या इसे चर्बी वाली गाँठ भी कहा जाता हैं । आमतौर पर यह एक स्थान पर होती हैं तो इस पर गौर भी नहीं किया जाता हैं । यह शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकती हैं ,इन गांठो में दर्द तो नहीं होता है परन्तु इन्हे स्किन के अंदर महसूस किया जा सकता हैं। कई बार यह रबर की तरह सॉफ्ट होते है जो हाथ लगाने पर अपनी जगह से थोड़ा इधर उधर हिलते है, परन्तु कई बार यह ठोस होते हैं। शरीर के किसी भी हिस्से पर यह गांठे हो तो इसका उपचार सिर्फ होमियोपैथी में सम्भव हैं। इनका आकर लगभग 1cm से 4cm तक कुछ भी हो सकता हैं

दवाईयाँ : इन गाँठो के लिए आप Acid Hydrofluorine 10m की 4 पुड़िया या 1/2 dram गोली भी ले सकते हैं, पुड़िया हैं तो पुड़ियों को आप 10 -10 मिनट के अंतर से खाये। अगले दिन से Calc Fluor 6x की 4 -4 गोली तीन बार , इसके साथ Silicea 6x की 4 -4 गोली तीन बार लें। इसके साथ Corium Q को आधे कप पानी के साथ 10 बुँदे सुबह , 10 बुँदे शाम को लेनी हैं। यदि, 90 दिन दवा लेने के बाद भी लिपोमा ठीक नहीं हुआ हैं तो आप 90 दिन के बाद Acid Hydrofluoric 10m की 4 पूड़ियाँ ले सकते हैं।
धन्यवाद

Acid Hydrofluorine 10m : 4 पुड़िया
Calc Fluor 6x : 4 -4 गोली , 3 बार
Silicea 6x : 4 -4 गोली , 3 बार
Conium Q : 10 -10 बुँदे , सुबह /शाम

 

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Homeopathic treatment for asthma

Aasthma, दमा – Homeopathic Treatment

भारत में कई लोग अस्थमा रोग के शिकार हो गये है, अस्थमा एक इन्फेक्शन वाला रोग है जो फेफड़ो में इन्फेक्शन के कारण होती है, जिस कारण व्यक्ति को सांस लेने में काफी दिक्कते होती है. कई बार तो हालत इतनी बिगड़ जाती है की रोगी को इन्हेलर लेना पड़ता है , अस्थमा एक एलर्जिक रोग है , यदि समय पर इसका सही उपचार न मिले तो कई रोगियों की म्रत्यु भी हो जाती है.

कारण:

  • किसी भी चीज़ को खाने से होना
  • किसी दवा के सेवन से होना
  • मौसम बदलते समय अधिकतम ये रोग फैलता है
  • ठण्ड के मौसम में थोड़ी सी भी लापरवाही से होना

कारण: 

  • सांस लेने में कठनाई होना
  • सांस लेते समय सांय सांय की आवाज होना
  • गले में दर्द होना
  • बुखार आना
  • बहुत ज्यादा और अधिक समय तक खासी रहना

ऐसे कई कारण है, जिनके कारण यह और बढ़ जाता है, होम्योपैथिक में इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए लक्षणों के आधार पर दवा उपलब्ध है, कुछ दवाईयाँ इस प्रकार हैं

दवा :
सबसे पहले यदि आपको दिक्कत है तो आप Arsenic 30 में 2 बुँदे 3 बार- सुबह , दोपहर, शाम ( यदि दिक्कत नही है तो आप इसे न ले ), इसके साथ आप Blatta Q,आधे कप गरम पानी के साथ 15 बुँदे 3 बार (सुबह , दोपहर, शाम ) इसके साथ आप Adel No. 10 की 10 बुँदे 3 -बार(सुबह, दोपहर, शाम ) लें