नींद न आना

अनिद्रा का मतलब है सोने में मुश्किल होना या रात को नींद न आना। इसका एक रूप है, स्लीप-मेंटीनेंस इन्सोम्निया, यानी सोये रहने में कठिनाई या बहुत जल्दी जाग जाना और दोबारा सोने में मुश्किल। पर्याप्त नींद न मिलने पर चिंता बढ़ जाती है, जिससे नींद में हस्तक्षेप होता है। दिनभर की थकान के बाद भी सो ही न पाएं। अगर आप मानसिक तनाव, दबी हुई इच्छाएं और मन में तीव्र कड़वाहट लिए हुए बिस्तर पर लेटे हैं तो आप अनिद्रा का शिकार हो सकते हैं। क्या आप भी अनिद्रा रोग का उपचार तलाश रहे हैं तो आज हम आपको बतायेंगे होम्योपैथिक विधि से कैसे नींद न आने वाली बीमारी से बचा जा सकता है।

इन कारणों से होती है अनिद्रा-

कब्ज का होना
अपच का होना
चाय का सेवन
कॉफी का सेवन
शराब का अधिक सेवन
सर्दीए गर्मी या मौसम में बदलाव

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी नींद न आने की समस्या से परेशान है तो आप डाॅक्टर से जानकारी ले सकते है। आप होम्योपैथिक विधि से अपना उपचार कर नींद न आने की समस्या से निजात पा सकते है। अगर आपको होम्योपैथिक उपचार में कोई समस्या आये तो आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डाॅक्टर एनसी पाण्डेय सेे संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते है।

दांतों का पीला होना

मुस्कान, स्माइल, हंसी ये हमारी पर्सनैलिटी का अहम हिस्सा है। लेकिन मुस्कुराते समय अगर आपके पीले दांत नजर आएं तो आप न सिर्फ हंसी का पात्र बन सकते हैं बल्कि आपकी ओवरऑल पर्सनैलिटी पर भी नेगेटिव असर पड़ता है। कई बार रोजाना अच्छी तरह से दांतों को साफ करने के बाद भी दांतों में पीलापन आ जाता है तो कई बार साफ-सफाई और हाइजीन का पूरा ध्यान न रखना भी इसका एक कारण हो सकता है। दांतों को ठीक से साफ न करना, ज़्यादा चाय, कॉफी पीना, सिगरेट पीना, गुटखा या तम्बाखू आदि खाने से दांतों में पीलापन आ जाता है। हालांकि कई बार जेनेटिक कारणों से भी दांत पीले हो जाते हैं। आप होम्योपैथिक विधि से अपने पीले दांतों को साफ कर सकते है। आइये जानते है इसके कारण और लक्षण-

आइये जानते है इसके कारण-

स्नेक्स का अधिक इस्तेमाल
तंग या टेढे मेढे दांत
खराब मौखिक स्वच्छता
सिगरेट का सेवन
तंबाकू का सेवन

इसके लक्षण-

जिजीवाइटिस का होना
पायरिया की शिकायत
कैविटी
मुंह से बदबू

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आपके दांत भी पीले है तो आप डाॅक्टर से जानकारी ले सकते है। आप होम्योपैथिक विधि से अपना उपचार कर दांतों के पीलेपन की समस्या से निजात पा सकते है। अगर आपको होम्योपैथिक उपचार में कोई समस्या आये तो आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डाॅक्टर एनसी पाण्डेय सेे संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते है।

दांतों में मसूड़ों की समस्या

अधिकांश लोग बहुत जल्दी में ब्रश करते हैं और जब आप दांतों की सही तरह से सफाई नहीं करते तो मुंह में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। बाद में यही बैक्टीरिया पायरिया रोग का कारण बनता है। पायरिया में आपको मुंह से बदबू, मसूड़ों से खून आना व दातों में दर्द, उसके कमजोर होने व टूटने जैसी परेशानियों होती है। मसूड़ों की समस्या बहुत ही आम हो चली है। इससे आपके जीवन में काफी समस्याएं आती है। जिंजीवाइटिस मसूड़ों की सूजन होती है। यदि प्लेक एक चिपचिपा पदार्थ है जो लगातार गठन करता है जब कीटाणु मुँह में उपस्थित रहते है तो लार, खाद्य कणों और दांतों की सतह पर अन्य प्राकृतिक पदार्थ के साथ जमा हो जाता है रोजाना ब्रशिंग और फ्लोशिंग के द्वारा दूर नही होता है तब जिंजीवाइटिस होता है। आज हम आपको बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से मसूड़ों का उपचार कर सकते है।

दांतों में मसूड़ों के लक्षण

मसूड़ों में जगह या गम पॉकेट बनना
दांतों का हिलना
दांतों के बीच जगह
मुंह से बदबू आना
मसूड़ों का दांतों से अलग होना
दांतों का लंबा दिखना
मसूड़ों से खून बहना।

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी मसूड़ों की समस्या से परेशान है तो आप डाॅक्टर से जानकारी ले सकते है। आप होम्योपैथिक विधि से अपना उपचार कर मसूड़ों की समस्या से निजात पा सकते है। मसूड़ों की समस्या से कैसे निजात पाये इसकी पूरी जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देख सकते है। अगर आपको होम्योपैथिक उपचार में कोई समस्या आये तो आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डाॅक्टर एनसी पाण्डेय सेे संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते है।

मिर्गी का होम्योपैथिक उपचार

17 नवंबर को नेशनल एपिलेप्सी डे मनाया जाता है। लोगों को लगता है कि मिर्गी सिर्फ एक ही तरह की होती है। लेकिन आपको बता दें कि मिर्गी को एक नहीं बल्कि मोटे तौर पर चार तरह से बांटा जा सकता है। मिर्गी एक तरह का न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जिसमें मरीज के दिमाग में असामान्य तरंगें पैदा होने लगती हैं। मस्तिष्क में गड़बड़ी होने के कारण व्यक्ति को बार-बार दौरे पड़ने लगते हैं। जिसकी वजह से व्यक्ति का दिमागी संतुलन पूरी तरह से गड़बड़ा जाता है और उसका शरीर लड़खड़ाने लगता है। आज हम आपको बतायेंगे होम्योपैथिक विधि से आप मिर्गी जैसी गंभीर बीमारी पर कैसे काबू पा सकते है। आइये सबसे पहले जानते है इसके लक्षण-

मिर्गी के लक्षण-

आंखों की पुतलियों का ऊपर की तरफ खिंचना
हाथ या पैर का लगातार चलना
झटके से लगना
होंठ या जीभ काट लेना
आंखों के आगे अंधेरा छा जाना
शरीर का अकड़ जाना
मुंह से झाग आना
अचानक गिर जाना
बेहोश हो जाना

ऐसे करें मिर्गी से बचाव-

साइकिल चलाते समय हेलमेट पहनकर रखें।
पर्याप्त नींद लेना
अल्कोहल या नशीली दवाओं का सेवन न करें
तेज चमकती रोशनी से बचें।
तनाव से दूर रहें।
टीवी या कंप्यूटर पर देर तक न बैठे

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी मिर्गी की समस्या से परेशान है तो आप डाॅक्टर से जानकारी ले सकते है। आप होम्योपैथिक विधि से अपना उपचार कर मिर्गी की समस्या से निजात पा सकते है। अगर आपको होम्योपैथिक उपचार में कोई समस्या आये तो आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डाॅक्टर एनसी पाण्डेय सेे संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते है।

पेशाब बंद होने की समस्या

पेशाब अटकना यानि मूत्रावधारण रूकना और पेशाब न बनने में बुनियादी फर्क होता है। अटकना मूत्रावधारण का अर्थ है बाहर जानेवाली जगह या मूत्रमार्ग में अवरोध के कारण मूत्राशय में पेशाब का इकट्ठा हो जाना। परन्तु गुर्दों द्वारा कम पेशाब बनना या बिलकुल न बनाना गुर्दों के खराब होने की निशानी है। पहली समस्या की प्रक्रिया मूत्राशय सम्बन्धित है परन्तु दूसरी का अर्थ है गुर्दों का फेल होना। पेशाब बंद होने को पेशाब प्रतिधारण भी कहते है, मूत्र बंद होना वह समस्या है, जब मूत्राशय को खाली करने के लिए शरीर की असमर्थता है। मूत्राशय या गुर्दे की पथरी या एक गैर अवरोधक समस्या के कारण होता है। जैसे कमजोर मूत्राशय या कमजोर तंत्रिकाए के कारण आपको समस्या हो सकती है, मूत्र बंद होना के प्रकार के आधार पर लक्षण और कारण भिन्न हो सकते है। आज हम आपको बतायेंगे अगर आपकी पेशाब बंद हो जाती है पेशाब नहीं हो रही है तो आप किस तरह होम्योपैथिक विधि से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है।

पेशाब बंद होने के कारण-

ट्यूमर और कैसर
मूत्रमार्ग कट जाना
मूत्राशय हर्निया
कब्ज का होना
गुर्दा या मूत्राशय में पथरी

आइये जानते है इसके लक्षण-

दर्दनाक और पेशाब की तत्काल आवश्यकता
पेट के निचले हिस्से में गंभीर दर्द
पेट के निचले हिस्से में सुजन
मूत्र प्रवाह करने में समस्या
कमजोर या बाधित मूत्र धारा

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी पेशाब बंद होने की समस्या से परेशान है तो आप डॉक्टर से जानकारी ले सकते है। आप होम्योपैथिक विधि से अपना उपचार कर पेशाब बंद होने की समस्या से निजात पा सकते है। अगर आपको होम्योपैथिक उपचार में कोई समस्या आये तो आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डॉक्टर एनसी पाण्डेय सेे संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते है।

चेहरे पर झुर्रियों का आना

उम्र बढ़ने के साथ-साथ चेहरे पर झुर्रियां साफ दिखाई देने लगती हैं। मगर अफसोस यह है कि कम उम्र में भी लड़कियां इस परेशानी से जूझ़ने लगती हैं। कई बार चेहरे पर झुर्रियां आने लग जाए तो फिर उन्हें बढ़ने से रोकना और बढ़ती उम्र को छुपाना बेहद मुश्किल हो जाता है। इसलिए बेहतर यही है कि आप पहले से ही त्वचा की देखभाल इस तरह करें कि झुर्रियों का आना टल जाए या कह लें कि कुछ और सालों के लिए आगे बढ़ जाए। हम आपको बता रहे हैं होम्योपैथिक विधि जिससे आप चेहरे पर झुर्रियां व दाग-धब्बे हल्के कर उन्हें मिटाने में मदद करेंगे। आइये सबसे पहले जानते है इसके लक्षण और कारण-

झुर्रियों के कारण-

सिगरेट पीने से
बहुत अधिक सूरज की रोशनी में रहने से
त्वचा के ड्राई होने पर
नींद
बढ़ती उम्र

झुर्रियां आने के लक्षण-

होठों के पास महीन रेखाएं
चेहरे का बेजान होना
माथे पर लकीरों का दिखना
आँखों के आस.पास सिलवटें आना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आपके चेहरे में झुर्रिया है तो आप डॉक्टर से जानकारी ले सकते है। आप होम्योपैथिक दवाओं का सेवन कर चेहरे पर झुर्रियों

की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अधिक जानकारी के लिए ऊपर दिये गये वीडियो को देखे। अगर आपको होम्योपैथिक उपचार

में कोई समस्या आये तो आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डॉक्टर एनसी पाण्डेय सेे संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते है।

पेट फूलने का होम्योपैथिक उपचार

पेट फूलना लोगों में आम बात होती है। किंतु लोगों में कभी ना कभी पेट फूलने की समस्या जरूर होती है। ऐसा तब होता है जब पेट में गैस या कब्ज होने लगता है। पेट में अधिक गैस बनने पर कब्ज की समस्या होने लगती है। कब्ज में पेट के भीतर मल आंतो में सड़ने लगते है। यदि इस मल को शरीर से बाहर नहीं निकालते है। तो पेट फूलने की समस्या हो जाती है। आप होम्योपैथिक विधि से पेट फूलने की समस्या को दूर सकते सकते है। आइये सबसे पहले जानते है इसके लक्षण और कारण-

पेट फूलने के कारण-

कब्ज होना।
अपच होना।
गलत खान.पान।
अधिक धूम्रपान करने से।
वाटर रिटेंशन।
अलसर होना।
गैस न निकलना।
पेप्टिक अलसर।
चिंता में रहना।

पेट फूलने के लक्षण-

बुखार
त्वचा चकत्ते
आंखें में पानी
कब्ज या दस्त
उल्टी या मतली
वजन घटना
बाथरूम जाने में समस्या
गले में और बगल में दर्द
थकान
अनियमित पीरियड्स होना
बवासीर

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप पेट फूलने की समस्या से परेशान है तो आप डॉक्टर से जानकारी ले सकते है। आप होम्योपैथिक दवाओं का सेवन कर पेट फूलने की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अगर आपको होम्योपैथिक उपचार में कोई समस्या आये तो आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डॉक्टर एनसी पाण्डेय सेे संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते है।

क्या आपके पेशाब में खून आ रहा है़?

पेशाब के रंग से भी कई बीमारियों का पता चलता है। कई बार लोगों को मूत्र के साथ खून भी आता है। मर्दों में ये समस्या बेहद सामान्य है। अक्सर लोग इस पर ध्यान नहीं देते लेकिन ऐसा करना आपको महंगा पड़ सकता है। मेडिकल साइंस में इस लक्षण और बीमारी को हेमटुरी का नाम दिया गया है। पेशाब में खून आने की वजह मूत्र मार्ग में संक्रमण भी हो सकता है। इसे यूरिनरी ट्रेक इंफेक्शन यानी की यूटीआई कहा जाता है। किडनी में जख्म की वजह से भी पेशाब में खून आने की समस्या हो सकती है। अगर सही समय पर डॉक्टर से संपर्क नहीं किया तो मरीज की किडनी तक फेल हो सकती है और कई बार तो रोगी अंधा और बहरा भी हो सकता है। आज हम आपको बतायेंगे कैसे आप पेशाब में खून आने की समस्या से छुटकारा पा सकते है।

आइये जानते है इसके लक्षण-

मूत्र मार्ग में तेज दर्द
पेशाब और खून आना
सांस लेने में भी दिक्कत
चेहरे पर जकड़न
पीठ में या कमर के एक तरफ दर्द होना।
पेट के निचले हिस्से में दर्द होना।
अचानक से पेशाब आना।
पेशाब करने में कठिनाई।

होम्योपैथिक उपचार-

क्या आपके पेशाब में खून आता है तो आप डॉक्टर से जानकारी ले सकते है। आप होम्योपैथिक दवाओं का सेवन कर पेशाब में खून आने की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अगर आपको होम्योपैथिक उपचार में कोई समस्या आये तो आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डॉक्टर एनसी पाण्डेय सेे संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते है।

लीवर को मजबूत कैसे करें

हमारे शरीर में लीवर एक ऐसा अंग होता है जो सुचारू रूप से कार्य करके हमारे शरीर की कई कार्यप्रणालियों को बेहतरीन तरीके से चलाता है। अगर इसमें थोड़ी-सी भी कमी हो जाए या फिर यह कमजोर पड़ जाए तो हमारे शरीर के कई कार्य रुक जाएंगेए जो गंभीर बीमारियां भी उत्पन्न कर सकते हैं। खराब खान-पान के कारण लिवर कमजोर हो जाता है जिस कारण वह ठीक तरीके से कार्य नहीं कर पाता है। इसलिए लिवर को मजबूत बनाए रखना बहुत जरूरी है। लिवर को मजबूत बनाए रखने के लिए यहां पर कुछ ऐसे ही खास खाद्य पदार्थ बताए जा रहे हैं जिसका सेवन आप नियमित रूप से कर सकते हैं। वही होम्योपैथिक दवाओ के द्वारा हम अपने लीवर को मजबूत कर सकते है, आइए अब इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।

लीवर की समस्या के लक्षण-

शरीर में खून की कमी
गले से संबंधित समस्याएं
सिर दर्द होना
चक्कर आना
भूख में कमी आना
कब्ज एवं बवासीर
पेशाब में कालापन
कम पेशाब आना
चेहरे पर धब्बे मुंहासे
आंखों में डार्क सर्कल
हार्मोन का असंतुलन
वजन का कम होना

होम्योपैथिक उपचार-

आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर पूरी जानकारी ले सकते है। आप होम्योपैथिक दवाओं का सेवन कर लीवर की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अगर आपको होम्योपैथिक उपचार में कोई समस्या आये तो आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डॉक्टर एनसी पाण्डेय सेे संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते है।

कैसे करें तनाव को होम्योपैथिक उपचार

तनाव मन स्थिति से उपजा विकार है। मन स्थिति एवं परिस्थिति के बीच असंतुलन एवं असामंजस्य के कारण तनाव उत्पन्न होता है। तनाव एक बहुत बड़ी ही बीमारी है, जो मन एवं भावनाओं में गहरी दरार पैदा करता है। तनाव हर समय में आपके लिए बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है। तनाव में रहने से हमें कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता हैए जिसमे से एक डिप्रेशन भी है। अगर आप हर समय तनाव में रहते है तो आपको सावधान होने कि जरूरत है, क्योंकि इससे आपकी जिंदगी में बहुत बड़ा परिवर्तन आ सकता है। आज हम बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से तनाव को दूर कर सकते है। आइये सबसे पहले जानते है तनाव के लक्षण-

ये है तनाव के लक्षण-

नींद नहीं आना
भोजन का न पचना
तेज सांस चलना
हमेशा चिड़चिड़ा रहना
बेवजह की बातों पर गुस्सा होना
ब्लड सरकुलेशन ठीक न होना
ब्लड प्रेशर कम ज्यादा हो जाना
बिना काम के थकान महसूस होना
हमेशा उदास रहना

मानसिक तनाव के कारण-

तर्क.वितर्क करना
ट्रैफिक में फंसने से
असफलता का डर
गैर क़ानूनी काम करना
होमवर्क समय पर न करना
तंग आना
अपने ग्रुप से बाहर होना
आफिस के कामकाज
शादी या बच्चे के जन्म पर

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी तनाव में रहते है तो आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर पूरी जानकारी ले सकते है। आप होम्योपैथिक दवाओं का सेवन कर तनाव की समस्या से छुटकारा पा सकते है। अगर आपको होम्योपैथिक उपचार में कोई समस्या आये तो आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डॉक्टर एनसी पाण्डेय सेे संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते है।