घुटनों में दर्द

कुछ समय पहले तक जहां बढ़ती उम्र में घुटने के दर्द की समस्या उत्पन्न होती थी। घुटनों के दर्द से आजकल युवा वर्ग भी अछूता नहीं हैं। वैसे तो घुटने में दर्द की समस्या आम मानी जाती है। लेकिन वास्तव में यह काफी कष्टभरी हो सकती है। इस स्थिति में लोग अक्सर दर्द से छुटकारा पाने के लिए दवाइयों का सहारा लेते हैं। लेकिन आप होम्योपैथिक विधि से इसका बेहतर उपचार कर सकते है।

आइये जानते है घुटनों में दर्द का कारण-

सूजन
जकडऩ
कमजोरी
घुटने में आवाज आना
त्वचा का लाल होना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी घुटनों में दर्द की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी

होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर घुटनों के दर्द की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखे।

गले में दर्द

सर्दियों में अक्सर गले में दर्द होने पर जलन, खिचखिच जैसी समस्याएं होने लगती हैं, जो कुछ खाने और निगलने के दौरान बदतर हो जाती हैं। ऐसे में गले में दर्द का सबसे आम कारण वायरल संक्रमण होता है, जैसे सर्दी जुकाम या फ्लू आदि। किसी वायरस से होने वाला गले में दर्द तो आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है। गले में दर्द होने पर इन जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइये जानते है गले दर्द के कारण और लक्षण कैसे हम इसका उपचार कर सकते है।

गले में दर्द के कारण

नाक बहना
छींकें आना
शरीर और सिर में दर्द
मतली और उलटी
बुखार
ठंड लगना
खांसी

आइये जानते है इसके लक्षण

खुजली
निगलने में दर्द
बोलने में दर्द
गला सूखना
जबड़े की ग्रंथियों में सूजन व दर्द
टॉन्सिल में सूजन
कर्कश या धीमी आवाज

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी गले दर्द की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर गले दर्द की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखे।

दस्त की समस्या

दस्त तब होते है जब आप सामान्य की तुलना में लुसर या अधिक लगातार मल त्याग करते हैं। यह आंत्रशोथ के मुख्य लक्षणों में से एक है, अन्य उल्टी है। आंत्रशोथ पेट या आंत की सूजन होती है जो जीवाणु या वायरल संक्रमण के परिणामस्वरूप होती है। दस्त आमतौर पर इलाज की आवश्यकता के बिना 2-4 दिनों तक रहता है, तथापि गंभीर दस्त से जीवन को खतरा पैदा हो सकता है। यह पानी दस्त में द्रव नुकसान की वजह से होता है, विशेष रूप से शिशुओं और छोटे बच्चों, कुपोषित और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में होता है। आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है। आइये जानते है कैसे आप होम्यापैथिक विधि से उपचार कर सकते है।

दस्त के कारण-

जीवाणु
वायरस
परजीवी
बैक्टीरिया

दस्त के लक्षण-

पानी जैसे दस्त
पेट खराब
ऐंठन
मतली और उल्टी
बुखार
भूख में कमी

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी दस्त की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर दस्त की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखे।

सूखी खांसी की समस्या

मौसम बदलने के कारण अधिकतर लोग सूखी खांसी की गिरफ्त में आ जाते हैं। सूखी खांसी काफी खतरनाक होती है। कोरोना काल के बीच सूखी खांसी लोगों के मन में थोड़ा डर उत्पन्न कर देती हैं। कोरोना के मुख्य लक्षण में से एक सुखी खांसी और दूसराी सांस लेने में कठिनाई है। ऐसे में खुद की देखभाल करना काफी जरुरी है। बदलते मौसम के कारण अगर आप सुखी खांसी की चपेट में आ गए हैं तो कुछ होम्योपैथिक उपाय अपनाकर इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप सूखी खांसी से छुटकारा पा सकते है।

सूखी खांसी के कारण-

फेफड़ों में कैंसर
टीबी रोग
दमा
सर्दी
फ्लू
प्रदूषण और धूल-मिट्टी
अधिक धूम्रपान
वायरल संक्रमण

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी सूखी खांसी की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर सूखी खांसी की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखे।

मसूड़ों में सूजन

अक्सर लोगों को कभी न कभी दांतों में दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है। दांतों में जब दर्द होता है तो बर्दाश्त से बाहर हो जाता है। इसके अलावा मसूड़ों में सूजन की समस्या भी हो जाती है। मसूड़े हमारे दांतों के लिए एक ऐसे सुरक्षा कवच होते हैं कि अगर उन्हें किसी भी प्रकार का रोग हो जाए तो वह हमारे दांतों के स्वास्थ्य के लिए बुरे परिणाम दे सकते हैं। इस कारण मसूड़ों का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप मसूड़ों के सूजन से छुटकारा पा सकते है। मसूड़ों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए आप नियमित रूप से ब्रश तो करते ही हैं लेकिन कुछ विटामिंस की कमी और कीटाणुओं की वजह से मसूड़ों से जुड़ा रोग हो जाता है और इनमें से खून आने और सूजन जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है।

मसूड़ों में सूजन के लक्षण-

मसूड़ों में दर्द होना
छूने पर दर्द
मसूड़ों से खून आना
मसूड़़ों में लालिमा

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी मसूड़ों की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर मसूड़ों की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

शिुश को बुखार

अक्सर लोग बच्चों को बुखार आने में घबरा जाते है। बच्चों में बुखार ठीक करने का सबसे बेहतर तरीका है आहार, जो शरीर की संक्रमण से लडऩे में मदद करता है। बुखार के साथ भूख में भी कमी आती है। अगर बुखार होने पर आपके बच्‍चे या शिशु का कुछ खाने का मन नहीं कर रहा है तो उसे उसकी पसंद की चीजें खिलाएं जो कि पौष्टिक भी हों। आज हम आपकों बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से शिशु के बुखार को ठीक कर सकते है। इस दौरान शिशु को मां या बोतल के दूध की जरूरत भी हो सकती है। मां के दूध से शिशु को सभी आवश्‍यक पोषक तत्‍व मिल जाते हैं।

शिशु में बुखार के लक्षण-

खेलने में रूचि न होना
सोने में परेशानी
शरीर का गर्म होना
खाना कम खाना
स्तनपान न करना
रोते रहना

आइये जानते है कारण

टीकाकरण
कान में संक्रमण
निमोनिया
ज्यादा कपड़े पहनना
सर्दी जुकाम

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी शिशु बुखार से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर शिशु के बुखार से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।

अंडकोश में दर्द

अंडकोष दो वृषणों यानी टेस्टिस से मिलकर बना है। हम इसे अंग्रेजी में टेस्टिकल्स कहते हैं, जो कि मेल रिप्रोडक्टिव ऑर्गन का हिस्सा होता है। इसका कार्य वीर्य और टेस्टोस्टेरोन नामक मेल हार्मोन का उत्पादन करना होता है। वृषणों का आकार अंडे की तरह होता है, जिन्हें बाहर से स्क्रॉटम यानी अंडकोष की थैली सुरक्षा प्रदान करती है। इस अंग में दर्द या असहजता होना अंडकोष में दर्द कहलाता है। कभी-कभी ये दर्द असहनीय हो जाता है। ऐसे में आप होम्यापैथिक विधि से इसका उपचार कर सकते है। इसके जानते है इसके लक्षण है।

अंडकोष में दर्द के लक्षण-

टेस्टिकल्स में सूजन
जी मिचलाना
उल्टी आना
पेट में दर्द
स्क्रॉटम में उभार महसूस होना
स्क्रॉटम पर लालिमा आना
स्क्रॉटम गर्म लगना
स्क्रॉटम में सूजन
ग्रोइन एरिया में दर्द
पेशाब में खून आना

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी अंडकोश की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर अंडकोश की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखें।

पित्ताशय में पथरी

आज हम आपको बतायेंगे पित्ताशय में पथरी क्यों होती है। पित्ताशय की पथरी पाचन तरल पदार्थ का कठोर रूप होता है, जो पित्ताशय की थैली में बन जाता है। पित्ताशय की पथरी कोलेस्ट्रॉल से बने छोट-छोटे टुकड़े होते हैं, शुरूआत में इनका आकार बहुत छोटा होता है, लेकिन समय बीतने के साथ-साथ इनका आकार काफी बढ़ जाता है। इसके परिणामस्वरूप लोगों को पेट में असहनीय दर्द होता है। आप होम्यापैथिक विधि से पित्ताशय की पथरी का उपचार कर सकते है। आइये जानते है इसके कारण, लक्षण और उपचार का तरीका।

पित्ताशय में पथरी के लक्षण-

पेट में दर्द होना
डायरिया होना
बदहजमी होना
जी मचलाना
उल्टी आना

पित्ताशय की पथरी के कारण

मसालेदार भोजन
सर्जरी को कराना
अधिक वजन
अधिक उम्र
अनुवांशिक

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी पित्ताशय की पथरी की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर पित्ताशय की पथरी से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखें।

सर्दियों में रूखी त्वचा

सर्दियों में लाख कोशिश करने के बाद भी त्वचा रूखी हो ही जाती है। सर्दी के मौसम में ठंड से बचने के लिए हम गर्म कपड़ों की मदद से ख़ुद को तो बचा लेते हैं, लेकिन अक्सर हम अपनी त्वचा की देखभाल ढंग से नहीं कर पाते, जिससे त्वचा का निखार कम होने लगता है। सर्द हवा, त्वचा की नमी को पूरी तरह से छीन लेती हैं, जिससे त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है। आप होम्योपैथिक विधि से रूखी त्वचा में जान डाल सकते है। आइये जानते है होम्योपैथिक विधि का उपयोग कैसे करेें।

रूखी त्वचा के कारण-

दवाईयों का असर
त्वचा का रोग ग्रस्त होना
गर्म पानी से स्नान
हाइपोथायरायडिज्म
शुष्क मौसम
कम क्रीम वाला साबुन
मधुमेह
सूर्य की किरणें
तैरना
एजिंग स्किन

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी रूखी त्वचा की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर रूखी त्वचा की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखें।

ब्लड प्रेशर की होम्योपैथिक दवा

शरीर में मौजूद रक्त नसों में लगातार दौड़ता रहता है और इसी रक्त के माध्यम से शरीर के सभी अंगों तक ऊर्जा और पोषण के लिए जरूरी ऑक्सीजन, ग्लूकोज, विटामिन्स, मिनरल्स आदि पहुंचते हैं। ब्लड प्रेशर उस दबाव को कहते हैं, जो रक्त प्रवाह की वजह से नसों की दीवारों पर पड़ता है। ये ब्लड प्रेशर इस बात पर निर्भर करता है कि हृदय कितनी गति से रक्त को पंप कर रहा है और रक्त को नसों में प्रवाहित होने में कितने अवरोधों का सामना करना पड़ रहा है। ज्यादा रक्त का दबाव हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर की श्रेणी में आता है। आज हम आपको बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से हाई ब्लड प्रेशर पर काबू पा सकते है।

ब्लड प्रेशर बढऩे के कारण

वजन बढऩा
धूम्रपान करना
ज्यादा नमक का सेवन
व्यायाम या योगा न करना
शराब का सेवन
65 साल से ज्यादा उम्र
सब्जियों का सेवन न करना
पेय पदार्थ का सेवन

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी ब्लड प्रेशर बढऩे की समस्या से परेशान है तो आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर ब्लड प्रेशर बढऩे की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखें।